अलीगढ़ : यूपी के अलीगढ़ में ईद के मौके पर सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर दो थानों में दर्ज हुए मुकदमे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के मेयर प्रत्याशी हाजी जमीर उल्लाह खान इस कार्रवाई से आक्रोशित हैं. उन्होंने कहा है कि नमाजियों से अगर FIR वापस नहीं ली जाती है तो आंदोलन करेंगे.
त्योहार के दौरान 21 और 22 अप्रैल को सड़क पर नमाज पढ़ी गई थी. इस दौरान पुलिस प्रशासन ने सड़क पर नमाज अदा करने से रोका भी था. लेकिन सड़क पर नमाजियों ने सजदा किया. इस दौरान शहर मुफ़्ती खालिद हामिद ने कहा था कि यह मजबूरी थी. वहीं अब नमाजियों पर मुकदमा दर्ज होने पर सपा मेयर प्रत्याशी नमाजियों के पक्ष में खड़े हो गए हैं.
सपा मेयर प्रत्याशी हाजी जमीर उल्लाह खान ने कहा कि आज तक मैंने नहीं सुना कि नमाजियों पर मुकदमा दर्ज किया गया हो. जुमा अलविदा की नमाज और ईद की नमाज में बस नमाजियों ने यही दुआ की है कि देश को आगे बढ़ाएं. देश के अंदर अमन, मोहब्बत और भाई चारा कायम रहे. अगर देश के लिए दुआ मांगने पर ही FIR होगी तो यह कैसा चलेगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा माइंड के अधिकारी इसलिए 8 दिन बाद मुकदमा दर्ज कर रहे हैं ताकि शहर का माहौल गर्म हो. उन्होंने कहा कि चुनाव भाजपा हार रही है. इसलिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के अंदर किसी भी मजहब के लोगों को अपनी पूजा करने पर नहीं रोका गया है. मिलजुल कर हम लोग होली और दिवाली सड़क पर मनाते हैं. अब मजहब के अनुसार कार्यक्रमों पर पाबंदी लगने लगी है.
उन्होंने प्रशासन से मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की है. उन्होंने आगे कहा कि अहर मुकदमें वापस नहीं लेते हैं तो आंदोलन किया जाएगा और हम मुक़दमें वापस करा कर मानेंगे. अगर यह वापस नहीं लेते हैं तो सपा की सरकार आने पर ऐसे मुकदमे वापस लिये जाएंगे.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़