झारखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने आमजनों की चिंता बढ़ गयी है. बीते 10 दिन की रिपोर्ट पर नजर डालें तो पॉजिटिव होने वालों की दर दोगुणी हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग की आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि 18 अप्रैल को जहां राज्य भर में कुल 226 संक्रमित थे, तो 29 अप्रैल तक इसकी संख्या 486 हो चली है. सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस स्वास्थ्य मंत्री के जिले पूर्वी सिंहभूम में ही है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच की संख्या बढ़ा दी है.
इसके तहत टाटानगर रेलवे स्टेशन पर अब दो शिफ्ट में कोरोना की जांच होगी. इसके लिए तीन टीमों का गठन किया गया है. हर टीम में तीन-तीन सदस्य रहेंगे. सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम चार बजे से रात 11 बजे तक जांच चलेगी. वहीं मानगो बस स्टैंड में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जांच चलेगी.
सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को पत्र लिखकर कोरोना जांच करने और रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि टीएमएच और टाटा मोटर्स अस्पताल को छोड़ कोई अस्पताल या नर्सिंग होम कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं. सिविल सर्जन ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी को हर दिन रैपिड एंटीजन टेस्ट देना अनिवार्य है.
झारखंड में 24 घंटे में जिन जिलों में कोरोना के नए मामलों की पुष्टि हुई है, उनमें देवघर, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा और रांची शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के मुताबिक, पूर्वी सिंहभूम में 15, रांची में 8, गिरिडीह में 5, गुमला में 4, गोड्डा में 3, धनबाद, लातेहार व लोहरदगा में 2-2 और देवघर व हजारीबाग में 1-1 नए मामले की पुष्टि हुई है.