Meerut : उत्तर प्रदेश के मेरठ में पूर्व मंत्री और बसपा नेता याकूब कुरैशी पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. कुछ समय पहले शासन ने याकूब को प्रदेश माफिया की सूची में शामिल किया था. अब मेरठ पुलिस ने याकूब कुरैशी के गैंग को डी-144 के रूप में पंजीकृत किया है. इस गैंग में याकूब के बेटे फिरोज और इमरान, पत्नी संजीदा बेगम उर्फ समजीदा, घोसीपुर निवासी फैजाब, नरहेड़ा गांव निवासी मुजीब और शास्त्रीनगर निवासी मोहित त्यागी को भी शामिल किया गया है.
पुलिस अन्य मामलों में भी हाजी याकुब की घेराबंदी कर रही है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के अनुसार तेलीयान सराय बहलीम निवासी याकूब कुरैशी शातिर अपराधी है, जो अपने सहयोगियों के साथ गैंग बनाकर आर्थिक और भौतिक लाभ लेने के लिए मांस के अवैध कारोबार और अन्य जघन्य अपराध करने में सक्रिय है. निगरानी और नियंत्रण करने के लिए इस गैंग को सूची में शामिल किया गया है.
पहले हाजी याकूब की आर्थिक स्थिति कमजोर थी. 1980 के दशक में उसने मेरठ में नींबू बेचना शुरू किया था. इसके बाद 2002 में राजनीति में कदम रखा और सबसे पहले बसपा से विधायक बने. फिर मंत्री भी रहे. पिछले साल मार्च माह में याकूब की मीट फैक्टरी अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापेमारी हुई थी. यहां अवैध तरीके से मीट की पैकिंग हो रही थी और खराब मीट विदेशों में भेजा जा रहा था.
इस प्रकरण में याकूब, उसकी पत्नी, दो बेटे समेत 17 लोगों को नामजद किया था. काफी प्रयास के बाद याकूब को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. याकूब फिलहाल सोनभद्र जेल में है. याकूब को शुरूआत में मेरठ जेल में रखा गया था, लेकिन यहां पर उसे वीवीआईपी सुविधाओं की शिकायत मिल रही थी, इसके चलते यहां से जेल बदल दी गई थी. याकूब के दोनों बेटे जमानत पर है.