Lucknow : पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद की हत्या के मामले में जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने अपनी जांच में दावा किया है कि अतीक अहमद ने हिरासत में खुद पर हमले की साजिश रची थी. अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए माफिया ने यह साजिश रची थी, जो कामयाब नहीं हो पाई. उसे लगा कि हमले के नाटक के बाद न तो कोई और उसे मार पाएगा और न ही पुलिस उसका एनकाउंटर कर पाएगी.
इसके लिए उसने अपने खास शूटर बमबाज गुड्डू मुस्लिम को जिम्मेदारी सौंपी थी. उमेश पाल हत्याकांड में गुड्डू मुस्लिम आरोपी है, फिलहाल वो फरार है. उसके ऊपर 5 लाख का इनाम घोषित है. जानकारी के मुताबिक गुड्डू मुस्लिम ने इस कथित घटना को अंजाम देने के लिए पूर्वांचल के कुछ बदमाशों से भी संपर्क किया था. अतीक अहमद मामले में यह नया खुलासा शनिवार को सामने आया है.
पुलिस ने दावा किया कि साजिश के तहत यह तय हुआ था कि साबरमती जेल से लाए जाने के दौरान अतीक अहमद पर रास्ते में या प्रयागराज में किसी जगह पर हमला किया जाएगा. हमले में अतीक अहमद को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना था. तय साजिश के तहत नजदीक से फायरिंग करनी थी और आसपास बम फेंके जाने थे. इसके जरिए यह संदेश देना था कि अतीक अहमद पर उसके विरोधियों ने हमला किया है, इसलिए उसकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि अतीक और अशरफ पर हमला करने के लिए पूर्वांचल से भी कुछ बदमाश प्रयागराज आए थे. जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं तीनों शूटर लवलेश, अरुण और सनी को अतीक अहमद के गिरोह ने तो नहीं बुलाया था. कहीं ऐसा तो नहीं कि गिरोह के किसी सदस्य ने हमले का नाटक करने की बजाय धोखे से मारने के लिए सुपारी दे दी हो?
कहीं ऐसा तो नहीं है कि तीनों निशानेबाज को कहीं और से निर्देश मिले हों और उन्होंने डबल क्रॉस कर लिया हो. पुलिस का इसलिए भी शक है क्योंकि तीनों ने घटना के बाद सरेंडर कर दिया था. हालांकि वे बार-बार इसी बात को दोहरा रहे हैं कि उन्हें किसी ने नहीं भेजा. उन्होंने खुद ही हत्या की है. माना जा रहा है कि पुलिस जांच पूरी होने के बाद और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
गौरतलब है कि अतीक अहमद ने साल 2002 में भी खुद पर हमले का ड्रामा रचा था. 2002 में अदालत में पेशी के दौरान पुलिस हिरासत में अतीक पर बम से हमला किया गया था. तब अतीक को मामूली चोटें आई थीं. जांच में यह पता चला था कि अतीक ने ही वह हमला करवाया था. वहीं पिछले दिनों अतीक अहमद की हत्या से कुछ सेकंड पहले का एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में दिख रहा है कि कॉल्विन अस्पताल के गेट पर पुलिस की जीप से उतरते समय अतीक अहमद पलभर के लिए ठहरा था.
उतरने से पहले अतीक का एक पैर गाड़ी में था. वह जीप के सहारे खड़ा था, तभी उसकी नजर अस्पताल की ओर पड़ी. वहां पर करीब चार सेकेंड वह देखता रहा. इसके बाद सिर हिलाकर कुछ इशारा किया और फिर गाड़ी से नीचे उतरा. इसके बाद वह जैसे ही अस्पताल परिसर में पहुंचा, तभी हमलावरों ने मीडियाकर्मी बनकर गोलियां बरसा दीं. सिर हिलाने से लेकर गोली बरसाने तक की ये पूरी घटना कैमरे में कैद है. अब सवाल यह है कि वह व्यक्ति कौन था, जिसको देखकर अतीक अहमद ने सिर हिलाया.