Jharkhand News: टीआरआईएफ संस्था द्वारा नाबार्ड के सहयोग से रामगढ़ जिला के दुलमी तथा गोला प्रखंड के किसानों को शंकरकंद के नये किस्म के उत्पादन को लेकर भुवनेश्वर में प्रशिक्षण दिलाया गया. इस दौरान बताया गया कि शंकरकंद की नयी किस्म भू-सोना, भू-कृष्णा, कंचनगढ़ एवं किशन का उत्पादन किसानों के लिए लाभदायक है.
नयी किस्मों की दी गयी जानकारी
शकरकंद के नये किस्म के उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण सह एक्सपोजर विजिट सीटीसीआरआई संस्था, भुवनेश्वर में दो दिनों तक दिया गया. सीटीसीआरटी के वैज्ञानिक के नारायण और डॉ कालीदास ने बताया कि शंकरकंद की नई किस्म भू-सोना, भू-कृष्णा, कंचनगढ़ व किशन का उत्पादन किसानों के लिए लाभदायक है. इन किस्मों में कई पोषक तत्व मौजूद हैं. जिसकी वजह से ये स्वादिष्ट है तथा बाजार में इसकी अधिक मांग है.
चिप्स और आटा बनाने की दी गयी जानकारी
इस दौरान वैज्ञानिकों ने शकरकंद की खेती पर चर्चा करते हुए बताया कि शकरकंद के इन किस्मों से चिप्स एवं आटा भी बनाया जाता है. जिसका बाजार में काफी मांग है. रामगढ़ के किसनों को खेतों का भ्रमण भी कराया गया तथा नयी किस्मों का लत्तर भी प्रदान किया गया. इस लत्तर द्वारा किसान नर्सरी तैयार करेंगे तथा सीजन में क्षेत्र के एक हजार किसानों को शंकरकंद की खेती के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
Also Read: झारखंड : इन दो गांवों के लोग आपस में नहीं करते शादी, वजह हैरान करने वाली
इनकी रही उपस्थिति
प्रशिक्षण व भुवनेश्वर भ्रमण में टीआरआइएफ के बापी गोराई, रतन कुमार, मो हासिम, किसान अर्जुन कुमार, रविंद्र कुमार, अनूप कुमार, बसंत कुमार महतो, अरुण कुमार, गुरुचरण कुमार, कमलेश महतो, रोहित कुमार पवन कुमार, सुधु कुमार महतो आदि शामिल थे.