महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का वोट काटने के लिए कांग्रेस के निर्देश पर कर्नाटक के बेलगावी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. फडणवीस बेलगावी जिले में संवाददाताओं से बात कर रहे थे, जहां मराठी भाषी लोगों की अच्छी खासी आबादी है और दशकों से दो पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवाद का कारण रहा है. यह विवाद 1960 के दशक में भाषाई आधार पर राज्यों के पुनर्गठन के बाद शुरू हुआ. महाराष्ट्र बेलगावी (पूर्व नाम बेलगाम) पर दावा करता है जो भाषाई आधार पर स्वतंत्रता के समय बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था.
देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया- अगर राउत कांग्रेस के बिचौलिए की तरह काम करना बंद कर देते हैं, तो मैं यहां नहीं आऊंगा. लेकिन, वह भाजपा का वोट काटने के लिए कांग्रेस के निर्देश पर यहां आए हैं. भाजपा नेता ने कहा- राउत की पार्टी और कांग्रेस राजनीतिक सहयोगी हैं, इसलिए हमें बताने के बजाय उन्हें कांग्रेस नेताओं से बेलगावी में उम्मीदवार नहीं उतारने के लिए कहना चाहिए था. लेकिन राउत कांग्रेस को यह नहीं बताएंगे. पूर्व में कई मौकों पर राउत ने फडणवीस को कर्नाटक के बेलगावी-कारवार इलाकों में मराठी भाषी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठन महाराष्ट्र एकीकरण समिति (MES) का समर्थन करने की चुनौती दी और भाजपा पर संगठन को कमजोर करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (MVA) में शामिल हैं. कर्नाटक में, कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है जो भाजपा सरकार को हटाना चाहती है. कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 10 मई को होंगे. राउत ने खानपुर से एमईएस उम्मीदवार मुरलीधर पाटिल के प्रचार के लिए बेलगावी में एक रैली को संबोधित किया. महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भाजपा के रुख के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा- मेरी पार्टी के साथ-साथ मैं भी बेलगावी में रह रहे मराठी भाषी लोगों के पूर्ण समर्थन में हूं.