Chandra Grahan 2023 Time In India: साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई, (Lunar Eclipse 2022 may 5) दिन शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा (buddha purnima 2023) के दिन लग रहा है. यह उपछाया चंद्र ग्रहण (penumbral lunar eclipse 2023) है जोकि अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत के भी विभिन्न शहरों में नजर आयेगा. चंद्र ग्रहण 5 मई को कितने बजे शुरू होगा, कितने बजे समाप्त होगा, (chandra grahan start and end time) परमग्रास चंद्रग्रहण काल कितने बजे है? भारत में चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse In India) दिखेगा या नहीं, भारत में Chandra Grahan 2022 Time In India सूतक काल कितने बजे से है? (chandra grahan 2023 sutak time in india) सूपूरी डिटेल यहां पढ़ें.
भारत की बात करें तो यहां नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और पुणे कुछ लोकप्रिय शहर हैं, जहां उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा.
ग्रहण आंशिक रूप से भारत से दिखाई देगा इसलिए कई जगह इसका सूतक भी माना जाएगा. चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 9 घंटे पहले लग जाएगा. यानि चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक 5 मई की सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट से लगेगा.
नई दिल्ली 11:45 AM, 5 मई 2023 से 01:00 AM, 6 मई 2023 तक
नोएडा 11:45 AM, 5 मई 2023 से 01:00 AM, 6 मई 2023 तक
मुंबई 11:45 AM, 5 मई 2023 से 01:00 AM, 6 मई 2023 तक
बंगलुरु 11:45 AM, 5 मई 2023 से 01:00 AM, 6 मई 2023 तक
कोलकाता 11:45 AM, 5 मई 2023 से 01:00 AM, 6 मई 2023 तक
पहला चंद्र ग्रहण : 5 मई 2023 शुक्रवार
चंद्र ग्रहण शुरू: रात्रि 8:45 बजे जो उपछाया चंद्र ग्रहण होगा.
चंद्र ग्रहण समाप्त: यह ग्रहण रात्रि 1 बजे समाप्त होगा
उपच्छाया से पहला स्पर्श काल- रात्रि 08:45 पर.
परमग्रास चंद्रग्रहण काल- रात्रि 10:53 पर.
उपच्छाया से अंतिम स्पर्श काल- रात्रि 01:00 बजे.
उपच्छाया की कुल अवधि- 04 घंटे 15 मिनट्स 34 सेकंड
चंद्र ग्रहण वास्तव में कब दिखाई देगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां स्थित हैं लेकिन समय और दिनांक की बात करें तो साल का पहला उपच्छाया ग्रहण 5 मई को सुबह 10:11 बजे ईएसटी (1511 जीएमटी) शुरू होगा और ग्रहण दोपहर 12:22 बजे चरम पर होगा. ईएसटी (1722 जीएमटी) और दोपहर 14:31 बजे समाप्त होगा. ईएसटी (1931 जीएमटी). ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 18 मिनट है.
TimeandDate.com के अनुसार चंद्र ग्रहण के कम से कम कुछ हिस्से दक्षिण/पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्से, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में दिखाई देंगे.
चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल चंद्र ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे पहले आरंभ होता है, जबकि सूर्य ग्रहण के दौरान 12 घंटे पहले होता है. चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 9 घंटे पहले लग जाएगा. यानि चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक 5 मई की सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट से लगेगा. सूतक काल केे नियम की बात करें तो मान्यता है कि सूतक काल में घर पर रहना उचित होता है. सूतक काल में खाना नहीं बनाना चाहिए. पूजा-पाठ नहीं करने चाहिए. पूजा स्थल, भगवान की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए. ग्रहण के बाद स्नान कर पूजा करनी चाहिए. सूतक काल से पहले पके हुए भोजन और पानी में तुलसी डालकर रखना चाहिए तभी उनका उपयोग करना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से नियमों का पालन करना चाहिए। इस दौरान सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित होते हैं.
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चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्ति को स्पर्श न करें.
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पूजा-पाठ न करें.
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चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचें. (बच्चे, बीमार, और बुजुगों के लिए यह मान्य नहीं)
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इस दौरान सोने से बचें, जितना हो सके मन में अपने ईष्ट का नाम जपें.
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गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान घर से बाहर न निकलें.
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गर्भवती महिलाएं चाकू, छुरी, कैंची जैसी नुकीली चीजों का प्रयोग न करें.