मिशन 2024: विपक्षी एकता को मजबूत करने और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मजबूत विकल्प देने की मुहिम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 9 मई (मंगलवार) को भुवनेश्वर जायेंगे. वहां वे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच गैर भाजपा दलों को एक मंच पर लाने की दिशा में बातचीत होगी. मुख्यमंत्री संभवत: नौ मई को ही पटना वापस लौट आयेंगे.
विपक्षी दलों की बैठक में लालू भी रहेंगे मौजूद
कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम 13 मई को आने वाला है. इसके बाद किसी भी दिन पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक होगी. इसमें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बैठक में नवीन पटनायक को भी शामिल होने का निमंत्रण देंगे.
अखिलेश-ममता से भी मिले थे नीतीश
इसके पहले नीतीश कुमार 24 अप्रैल को कोलकाता जाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्हें गैर भाजपा दलों के साथ आने का अनुरोध किया था. ममता बनर्जी की सलाह पर पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक होने वाली है. मुख्यमंत्री इसी दिन लखनऊ भी गये और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर 2024 में संयुक्त विपक्ष को लेकर बातचीत की.
मुख्यमंत्री का संदेश लेकर महाराष्ट्र पहुंचे देवेश चंद्र
इधर, मुख्यमंत्री का संदेश लेकर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से चार मई को मुलाकात की और उन्हें पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने का न्योता दिया. सूत्रों के मुताबिक संभावित बैठक में शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने भाग लेने की सहमति दे दी है.
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दिल्ली भी गए थे नीतीश
अप्रैल माह में नीतीश कुमार ने दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात की थी. साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मिले थे. कांग्रेस की ओर से नीतीश कुमार को आश्वासन भी मिला कि वो सभी को एकजुट करें. नीतीश कुमार उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले. नीतीश कुमार लगातार केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे हैं.