Senior Citizens Savings Scheme: भारत में बड़े पैमाने पर लोगों द्वारा वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश किया जाता हैं. इस तरह की स्कीम की शुरुआत खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों के हितों को ध्यान में रखकर किया जाता है. बैंक ऑफ बड़ौदा भी सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) की पेशकश करता है. खास बात यह है कि वरिष्ठ नागरिक किसी भी समय बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) में अपने SCSS खातों को बंद कर सकते हैं.
बताते चलें कि सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक सरकारी जमा योजना है और बैंक वित्त मंत्रालय द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों और राष्ट्रीय बचत संस्थान की ओर से दिए गए सलाह का पालन करता है. बैंक ऑफ बड़ौदा के मुताबिक, खाताधारक किसी भी समय जमा राशि निकाल सकता है और खाता बंद कर सकता है. हालांकि, SCSS खातों को समय से पहले बंद करने के लिए निम्नलिखित शर्तों का पालन करना होता है.
– यदि खाता खोलने के एक वर्ष के भीतर खाता बंद कर दिया जाता है, तो ब्याज की राशि वसूल की जाएगी और मूल राशि का भुगतान खाताधारक को किया जाएगा.
– यदि खाता एक वर्ष के बाद लेकिन खाता खोलने के दो वर्ष की समाप्ति से पहले बंद कर दिया जाता है, तो मूलधन के 1.5% के बराबर राशि काट ली जाएगी और शेष राशि खाताधारक को भुगतान कर दी जाएगी.
– यदि खाता खोलने के दो साल बाद या उसके बाद खाता बंद कर दिया जाता है, तो मूलधन के 1% के बराबर राशि काट ली जाएगी और शेष राशि खाताधारक को भुगतान कर दी जाएगी.
– यदि किसी वरिष्ठ नागरिक द्वारा एससीएसएस खाते को 3 वर्ष की और अवधि के लिए बढ़ा दिया गया है, तो इस तरह के खाते को विस्तार की तिथि से एक वर्ष के बाद किसी भी समय बंद किया जा सकता है. बैंक ने कहा, विस्तार के मामलों में जहां खाताधारक ने एससीएसएस खाते को 3 साल की अवधि के लिए आगे बढ़ाया है, खाताधारक बिना किसी कटौती के खाते के विस्तार की तारीख से एक वर्ष के बाद किसी भी समय खाता बंद कर सकता है.
– बैंक ने कहा कि उपर्युक्त जुर्माने के अलावा, SCSS खातों को समय से पहले बंद करने के लिए बैंक द्वारा कोई अतिरिक्त शर्त नहीं लगाई गई है.
– एससीएसएस खाता बंद करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में जाना होगा और दस्तावेजों के साथ निर्धारित फॉर्म में अपना अनुरोध जमा करना होगा. बैंक ने कहा कि खाता बंद करने की प्रक्रिया उसी दिन शाखा द्वारा पूरी की जा सकती है.
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