बिहार की राजधानी पटना में जमीन पर 150 करोड़ की लागत से यूनिटी मॉल की निर्माण होगा. उद्योग विभाग द्वारा इसके निर्माण के लिए स्थानीय हवाई अड्डे पर जमीन चिह्नित कर ली गयी है. इस इमारत में प्रदेश के वन जिला-वन उत्पाद प्रदर्शित किये जायेंगे. एक ही स्थान पर सभी जिलों के उत्पाद के लिए एक बाजार मिलेगा. साथ ही इस यूनिटी मॉल में भारत के विभिन्न जिलों में प्रमुख औद्योगिक और कृषि उत्पाद रखे जायेंगे, ताकि बिहार के उद्यमियों में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हो.
2024 तक यूनिटी मॉल का किया जाना है निर्माण
भारत सरकार के इस प्लान पर राज्य सरकार ने अमल करना शुरू कर दिया है. वर्ष 2024 तक इसका निर्माण किया जाना है. केंद्र इस योजना के लिए शत प्रतिशत फंडिंग करेगा. फिलहाल इस योजना के तहत यूनिटी मॉल में ऐसे मार्केटिंग एक्सपर्ट भी नियुक्त किये जायेंगे, जो बुनकरों, उद्यमियों एवं विभिन्न उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में काम करेंगे.
देश के सभी राज्यों की राजधानी में बनाए जा रहे यूनिटी मॉल
दरअसल इस मॉल में उत्पादों को डिस्प्ले किया जायेगा. इस योजना के पीछे की मंशा है कि बिहार के उत्पादों को देश और दुनिया में पहचान दी जाये. इस मॉल की खास बात यह रहेगी कि यहां स्थानीय उत्पादों के अलावा देश के जाने माने उत्पादों को भी रेखा जायेगा. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस तरह के यूनिटी मॉल देश के सभी राज्यों की राजधानी में स्थापित किये जा रहे हैं.
छोटे उद्यमियों के उत्पादों की होगी ब्रांडिंग
एक जिला एक उत्पाद योजना का सबसे ज्यादा फायदा छोटे उद्यमियों, शिल्पकारों, बुनकरों को होगा. यहां उसके उत्पादों की ब्रांडिंग होगी. उन्हें अपनी पहचान भी मिलेगी. इस योजना से राज्यों के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को नयी पहचान मिलेगी.