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बिहार: जदयू नेता ने किया तंग तो घर में रखवा दिया बम और हथियारों का जखीरा, मुखिया का दंग करने वाला खुलासा

नवादा पुलिस ने जदयू नेता मंजूर आलम के नरहट स्थित आवासीय परिसर से मिले बम तथा हथियारों के जखीरा मामले का खुलासा कर दिया है. मुखिया गुड्डु मियां समेत 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मुखिया ने पूरी साजिश के बारे में दंग करने वाले खुलासे किए.

नवादा : जदयू नेता मंजूर आलम के नरहट स्थित आवासीय परिसर से मिले बम तथा हथियारों के जखीरा मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. नरहट मुखिया मो एहतशाम कैसर उर्फ गुड्डू मियां समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें एक आरोपित मो इमरान फरार चल रहा है.

जेडीयू नेता मंजूर आलम के घर से हथियारों का जखीरा हुआ बरामद

बताते चलें कि नरहट थाना क्षेत्र के नरहट गांव स्थित जेडीयू नेता मंजूर आलम के घर के परिसर में 23 व 24 अप्रैल की रात में पुलिस ने बड़े पैमाने पर हथियारों का जखीरा बरामद किया था. इसमें सैकड़ों राउंड गोलियां तथा पांच बम बरामद किये गये थे. मौके पर पुलिस ने जेडीयू नेता मंजूर आलम सहित उनके बेटे तथा भतीजे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. लेकिन, अनुसंधान के प्रथम दृष्टया में पुलिस को साजिशकर्ता की बू आनी लगी थी. इससे पुलिस ने मंजूर आलम सहित अन्य चारों को पुलिस बॉन्ड के आधार पर छोड़ दिया था.

इनकी हुई गिरफ्तारी..

एसपी अंब्रेश राहुल ने सोमवार को पुलिस कार्यालय में एक प्रेसवार्ता कर बताया कि इस मामले में रजौली एसडीपीओ पंकज कुमार के नेतृत्व में एसआइटी टीम गठित कर दी थी, जो हथियार बरामदगी के बाद जांच शुरू कर दी थी. इस घटना के पहले दिन से ही साजिशकर्ता की आशंका जतायी जा रही थी, जो सत्य प्रतीत हुआ है. इस कांड में नरहट पंचायत के मुखिया मो एहतशाम कैसर उर्फ गुड्डू पिता मो कैशर तथा बुंदेलखंड ओपी क्षेत्र पार नवादा स्थित राज कुमार सिंह के पुत्र गोरे उर्फ राजेश जो एक पुलिस मुखबिर का भी काम करता था और नरहट के बुटाई राजवंशी के पुत्र प्रमोद राजवंशी को गिरफ्तार किया गया है.

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पुलिस से गिरफ्तार करवाने बनी थी रणनीति

एसपी ने बताया कि मुखिया एहतशाम कैसर के किंग प्लेस होटल में यह योजना बनी थी कि मंजूर आलम को पुलिस से गिरफ्तार करवाना है. इसके लिए एक रणनीति बनायी गयी. इसमें मो इमरान को जिम्मेदारी दी गयी हथियार तथा कारतूस जुटाने की. इसके लिए मुखिया ने 25 हजार रुपये कैश दिये थे. दूसरे दिन हथियार, बम व कारतूस उपलब्ध कर प्रमोद राजवंशी के सहयोग से घटना की देर रात प्लांट किया गया था. इसके बाद गोरे को सूचना दी गयी. गोरे की ही सूचना पर हथियार का जखीरा पुलिस ने बरामद किया था.

मुझे परेशान कर रहा था मंजूर

एसपी के अनुसार, मो एहतशाम कैसर ने बताया कि मंजूर आलम लगातार मुझे परेशान कर रहा था. यहां तक कि मेरी हत्या की भी साजिश रच रहा था. इसकी वजह से इस तरह की रणनीति बनायी थी. ऐसे इस मामले में मो इमरान फरार चल रहा है. इसकी गिरफ्तारी होना बाकी है. गौरतलब है कि 23 व 24 अप्रैल की रात जेडीयू नेता मंजूर आलम के घर के परिसर से एक देसी राइफल, एक देसी कार्बाइन, एक देसी पिस्टल, चार कट्टे समेत 198 गोलियों के साथ पांच सुतली बम बरामद हुए थे. मौके पर जेडीयू नेता मंजूर आलम समेत उसके बेटे व भतीजे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इसमें काफी हाइ वोल्टेज ड्रामा चला. इस कांड को पुलिस उद्भेदन कर एक बड़ी सफलता मान रही है.

मुखिया पर पांच मामले हैं दर्ज

मुखिया मो एहतशाम अहमद का आपराधिक इतिहास रहा है. इन पर इस कांड के अलावे विभिन्न थानों में पांच मामले दर्ज हैं. इसमें बेगूसराय जिले के एक कांड में धारा 420 सहित बुंदेलखंड ओपी में एक तथा नरहट थाना में विभिन्न धाराओं में तीन मामले दर्ज हैं. पुलिस सभी दर्ज मामले की जांच कर रही है. हथियार मुहैया कराने वाले मो. इमरान का भी आपराधिक इतिहास रहा है. नेमदारगंज थाना क्षेत्र के फरहा मिनी गन फैक्ट्री के मामले में भी यह फरार चल रहा है. एसपी अंब्रेश राहुल ने बताया कि इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस प्रयासरत है. शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा.

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