Lucknow : यूपी के बुलंदशहर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें शिक्षक और छात्र के बीच के रिश्ते को शर्मसार कर दिया है. औरंगाबाद क्षेत्र के एक नर्सिंग कॉलेज के टीचर के नाम से सोशल मीडिया पर अश्लील वॉट्सऐप चैट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. इस कथित चैट में कॉलेज के टीचर द्वारा छात्रा को मोबाइल फोन पर वॉट्सऐप मैसेज भेजकर एग्जाम में पास कराने के लिए होटल में बुलाने को कहा जा रहा है.
वहीं उससे उसकी न्यूड फोटो की भी डिमांड की है. जिसके बाद छात्रा ने सुसाइड नोट पोस्ट कर कॉलेज टीचर पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है. चैट में कॉलेज टीचर पर छात्रा के फोटो वायरल करने की धमकी देने का भी आरोप है. जिसके बाद यह स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया जमकर वायरल होने लगा और पुलिस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की गई.
इसके बाद औरंगाबाद थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी इस मामले में दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं जांच पड़ताल के बाद बुलंदशहर पुलिस ने बताया कि यह मामला फर्जी है. पुलिस के अनुसार, जिस लड़की के नाम से चैट वायरल हो रही है, उस नाम की लड़की ने कभी कॉलेज में एडमिशन लिया ही नहीं है. वहीं, अब कॉलेज के प्रिंसिपल कपिल शर्मा ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
बुलंदशहर पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि उक्त प्रकरण में पीडिता द्वारा देव नर्सिंग औरंगाबाद कालेज के प्रबंधक पर प्रेक्टिकल पास कराने के लिए गलत काम करने, फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी जैसे आरोप लगाए गए हैं, जिससे लड़की क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने का कदम उठाने जा रही है. सहायक पुलिस अधीक्षक नगर महोदया द्वारा जांच करने पर और कॉलेज प्रबंधक द्वारा लिखित रूप से दिए गए प्रार्थना पत्र में पाया गया है कि इस नाम की लड़की ने कभी भी कॉलेज में एडमीशन नहीं लिया है.
थाना औरंगाबाद क्षेत्रान्तर्गत वायरल ट्वीट के सम्बंध में सहायक पुलिस अधीक्षक नगर की बाईट। pic.twitter.com/bly0cDSslr
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) May 10, 2023
पुलिस ने आगे बताया कि प्रबंधक द्वारा बताया गया है कि पिछले एक महीने से कॉलेज को लगातार कई माध्यम से धमकी मिल रही थी और कॉलेज की रेपुटेशन को आंच पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. टेक्निकल जांच से प्रथम दृष्टया जो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं, वह एडिटिड पाए गए हैं. इस संबंध में कपिल द्वारा थाना औरंगाबाद पर तहरीर दी गई है. मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम जांच की जा रही हैं.