इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले प्रदेश की राजनीति में कयासों का दौर जारी है. यह बात कही जा रही थी कि यदि मध्य प्रदेश में इस बार कांग्रेस जीत दर्ज करती है तो दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच सीएम पद को लेकर मनमुटाव देखने को मिल सकता है. लेकिन ऐसा देखने को भविष्य में नहीं मिलेगा क्योंकि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने साफ कह दिया है कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में अगली सरकार बनाएगी.
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह दोबारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने मीडिया के समक्ष कहा कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मुख्यमंत्री होंगे. उनसे सवाल किया गया था कि यदि प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी जीतती है तो क्या वह अगले मुख्यमंत्री बनेंगे.
मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस साल कांग्रेस ने भाजपा को मात दी थी लेकिन कुछ महीने के बाद कांग्रेस की सरकार प्रदेश में गिर गयी. यदि आपको याद हो ता मध्य प्रदेश में भाजपा 2003 लेकर 2018 तक लगातार सत्ता में थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा था. 230 सीटों में से 108 सीटें भाजपा के खाते में आयी थीं. वहीं, कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सरकार पर काबिज हुई थी. मध्य प्रदेश की सत्ता में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने उस समय वापसी कर ली थी जब मार्च 2020 में कांग्रेस के 21 विधायकों ने अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा का दामन थाम लिया था.
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कुछ दिन पूर्व छिंदवाड़ा सांसद और पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिता जी इस बार भी छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से ही चुनावी मैदान पर उतरेंगे. उल्लेखनीय है कि इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि कमलनाथ इस बार भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे.