पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट की ओर से अवैध करार दिए जाने और इस्लामाबाद हाईकोर्ट से मिली दो हफ्तों की जमानत से पीटीआई कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. समर्थकों के साथ-साथ इमरान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने भी अपनी खुशी जाहिर की है. इमरान की जमानत पर गोल्डस्मिथ ने प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जाहिर की है. बता दें, अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में जमकर हंगामा हुआ.
इमरान की पूर्व पत्नी ने जताई खुशी: यूनाइटेड किंगडम में अपने बेटों के साथ रहने वाली इमरान खान की पूर्व पत्नी गोल्डस्मिथ ने ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. इमरान को मिली जमानत पर उन्होंने कहा कि आखिरकार समझदारी की जीत हुई. यहीं नहीं, गोल्डस्मिथ ने अपने ट्विटर पर हाई-फाइव इमोजी के साथ पाकिस्तानी झंडा भी जोड़कर अपनी खुशी जताई. बता दें, गोल्डस्मिथ और इमरान खान की शादी 1995 में पेरिस में हुई थी. गोल्डस्मिथ के हालांकि शादी के नौ साल बाद इमरान और गोल्डस्मिथ का तलाक हो गया था.
Finally sense has prevailed 🙏🏼🇵🇰 pic.twitter.com/8K5IV1BgKt
— Jemima Goldsmith (@Jemima_Khan) May 11, 2023
17 मई तक राहत: इमरान खान को कोर्ट ने गिरफ्तारी से 17 मई तक के लिए राहत दे दिया है. इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 17 मई तक ऐसे किसी भी मामले में गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया, जो नौ मई के बाद दर्ज किए गए हैं. इसके कुछ देर बाद ही उच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के एक मामले में खान को दो सप्ताह के लिए जमानत दे दी. न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब और न्यायमूर्ति समन रफत इम्तियाज की एक पीठ ने अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई की. बता दें, इससे एक दिन पहले, उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय परिसर से मंगलवार को खान की गिरफ्तारी को अवैध और गैरकानूनी करार दिया था.
पाकिस्तान में जमकर हुई हिंसा: गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने पूरे पाकिस्तान में हल्ला बोल कर दिया. कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए. सुरक्षाबलों के साथ हुई हिंसक झड़प के सिलसिले में अकेले पंजाब सूबे में करीब तीन हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं. अधिकारियों ने कहा कि पीटीआई समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान सूबे में 14 सरकारी इमारतों को क्षतिग्रस्त हुए. कानून प्रवर्तन एजेंसियों के करीब 80 वाहनों में आग लगा दी गई. करीब 150 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. वहीं, हिंसक झड़पों में 10 लोगों की मौत हुई है.