New CM of Karnataka : कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार तो बन गयी, लेकिन अब पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी, चुनावी वादों को पूरा करना. प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे सिद्धारमैया एवं डी.के. शिवकुमार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने और मंत्रिमंडल के गठन पर नेतृत्व के साथ चर्चा करने के लिए राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं.
आपको बता दें कि सिद्धारमैया 20 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ डी.के. शिवकुमार भी शपथ लेंगे जो इस सरकार में उप मुख्यमंत्री के पद पर काबिज होंगे. दिल्ली पहुंचने के बाद कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवकुमार ने मीडिया से बात की और कहा कि हम अपने नेताओं को आमंत्रित करने के लिए यहां आए हैं. हम गांधी परिवार और मल्लिकार्जुन खरगे को व्यक्तिगत तौर पर न्योता देंगे.
आगे डी.के. शिवकुमार ने कहा कि कैबिनेट के गठन को लेकर भी चर्चा करनी है. शिवकुमार का कहना है कि सरकार बनने के साथ ही पांचों गारंटी पर काम शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यह डीके शिवकुमार या सिद्धरमैया की गारंटी नहीं है. यह कांग्रेस की गारंटी है. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इन गारंटी की घोषणा की है… कैबिनेट की पहली बैठक में इसपर फैसला होगा.
जब शिवकुमार से सवाल किया गया कि विपक्ष के कौन से नेता शपथग्रहण समारोह में उपस्थित होंगे तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे इस मामले को देख रहे हैं. यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस विधायक दल की गुरुवार को हुई बैठक में सिद्धारमैया को औपचारिक रूप से नेता चुन लिया गया जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया.
उल्लेखनीय है कि सिद्धारमैया और शिवकुमार शनिवार को बेंगलुरू के कांतीरवा स्टेडियम में दोपहर साढ़े बारह बजे कुछ मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे. सिद्धरमैया के सामने पहली चुनौती सही संतुलन के साथ मंत्रिमंडल के गठन की होगी जिसमें सभी समुदायों, धर्म, वर्गों और पुरानी तथा नयी पीढ़ियों के विधायकों का प्रतिनिधित्व हो. कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है और अनेक विधायक मंत्री पद की आकांक्षा रखते हैं.
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कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटों पर कब्जा किया, जबकि भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट पर जीत दर्ज की.
भाषा इनपुट के साथ