Anti Terrorism Day 2023: प्रत्येक वर्ष 21 मई को भारत राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस (National Anti-Terrorism Day) का आयोजन किया जाता है, जो दिवंगत पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता हैं, जिनकी आतंकवादी हमले में हत्या कर दी गई थी.
राजीव गांधी जिस समय रैली को संबोधित कर रहे थे उसी दौरान एक महिला अपने शरीर पर विस्फोटक लगाकर आई. वह राजीव गांधी के पैर छूने के लिए जैसे ही झुकी, तेज धमाका हुआ और इसमें राजीव गांधी समेत लगभग 25 लोगों की मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, मानव बम बनकर आई इस महिला का संबंध आतंकवादी संगठन एलटीटीई से था.
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई (महाराष्ट्र) में हुआ था. इनकी माता का नाम इंदिरा गांधी और पिता का नाम फिरोज गांधी था. राजीव गांधी के परिवार में पत्नी सोनिया गांधी और 2 संतानें राहुल व प्रियंका गांधी हैं.
वे साल 1981 में उत्तरप्रदेश की अमेठी सीठ से सांसद बने. वे 1985 से 1991 तक कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 को हत्या के बाद राजीव गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया.जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई तो राजीव गांधी को उसी दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई गई.
पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में आतंकवादी संगठन लिबरेशन ऑफ तमिल टाइगर्स ईलम (LTTE) से संबंधित एक आत्मघाती हमलावर द्वारा दुखद हत्या कर दी गई थी. विनाशकारी घटना तब हुई जब एक महिला अपने कपड़ों के नीचे विस्फोटक छिपाकर राजीव गांधी के पास पहुंची और उनके पैर छूने के लिए झुककर उनका आशीर्वाद लेने के लिए प्रकट हुई. घटनाओं के एक भयावह मोड़ में, बम विस्फोट हुआ, राजीव गांधी के जीवन का दावा किया गया और लगभग 25 अन्य निर्दोष लोगों की जान चली गई। घरेलू आतंकवाद के इस कृत्य ने राष्ट्र के बीच भय और शोक पैदा किया, जिसके परिणामस्वरूप हमारे प्रधान मंत्री का असामयिक निधन हो गया.
राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस का प्राथमिक उद्देश्य देश के भीतर सभी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों का दृढ़ता से विरोध और निंदा करना है। इसका उद्देश्य आतंकवाद की विनाशकारी प्रकृति के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सद्भाव, भाईचारे, शांति, एकता और मानवता की विशेषता वाली दुनिया को बढ़ावा देना है। यह दिन आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और इन मूल्यों को कायम रखने वाले समाज को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाता है.