राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन को लेकर झारखंड में जोरशोर से तैयारी हो रही है. राजधानी रांची में सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किये गए हैं. कार्यक्रम स्थल के दो किलोमीटर की परिधि को अस्थायी रेड जोन घोषित किया गया है. यह आदेश डीसी राहुल कुमार सिन्हा व वरीय पुलिस अधीक्षक ने जारी किया है. राजभवन, नव निर्मित उच्च न्यायालय और आइआइआइटी नामकुम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह आदेश लागू रहेगा. रेड जोन में कोई भी व्यक्ति सक्षम पदाधिकारी की अनुमति के बिना ड्रोन का प्रचालन भी नहीं कर सकेगा.
राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रविवार की रात एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को कार्यक्रम के दौरान आने-जाने के रूट में कहीं भी गाड़ी या ठेला लगने नहीं देने का निर्देश दिया. इसके अलावा होटल की चेकिंग और कार्यक्रम स्थल के आसपास के इलाके में रहनेवाले नये लोगों का सत्यापन करने का टास्क दिया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को बाबा मंदिर, देवघर में पूजा करेंगी. पुश्तैनी पुरोहित विनोद झा संकल्प पूजा करायेंगे. इससे पहले तय कार्यक्रम के तहत बाबा मंदिर इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित की अगुवाई में लंबोदर परिहस्त व उनके साथ पांच वैदिक पंडित भगवान गणेश व गौरी की पूजा करायेंगे. इसके बाद बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण से पहले राष्ट्रपति के पुश्तैनी पुरोहित विनोद झा विधिवत संकल्प करायेगे.
संकल्प के बाद राष्ट्रपति बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा करेंगी. विनोद झा पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के भी पुश्तैनी पुरोहित हैं. वे प्रणव मुखर्जी को भी बतौर राष्ट्रपति दो बार पूजा करा चुके हैं. साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को झारखंड की राज्यपाल रहने के दौरान अगस्त 2018 में पूजा करा चुके हैं. राज्यपाल के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने अपने पुश्तैनी पुरोहित के वंशावली खाते में हस्ताक्षर कर अपना नाम दर्ज करायीं थीं.