पटना नगर निगम के महापौर, उप महापौर एवं नगर आयुक्त ने मंगलवार को होटल मौर्या में डिजीटल करेंसी ई-रुपये का शुभारंभ किया. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्मित इस डिजीटल करेंसी का उपयोग संपूर्ण पटना नगर निगम क्षेत्र में किया जाएगा. नगर निगम मुख्यालय मौर्यालोक परिसर में पूरी तरह से इस पेमेंट सिस्टम को अपनाया जाएगा. इसके साथ ही पटना नगर निगम के सभी अंचल एवं पेमेंट काउंटरों पर भी इसका उपयोग किया जाएगा. गौरतलब है कि भारत में सीबीडीसी (सेन्ट्रल बैंक डिजीटल करेंसी) इस्तेमाल करने वाला पहला नगर निगम पटना नगर निगम है. इस दौरान माननीय पार्षदों के लिए कार्यशाला का भी आयोजन किया गया जहां उन्हें डिजीटल ई-रुपये के लाभ, इस्तेमाल की जानकारियां दी गई.
कार्यक्रम के दौरान महापौर सीता साहू ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत और गर्व की बात है कि डिजीटल पेमेंट की राह पर पटना नगर निगम बढ़ रहा है. हम लगातार इसे आगे बढ़ाते रहेंगे, हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा आमजनों को पटना नगर निगम की तरफ से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए.
इस दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के रिजनल हेड संजीव दयाल ने कहा कि यह एक बेहतर और सुरक्षित सिस्टम है जहां पेमेंट करते ही तत्काल रूप से राशि क्रेडिट होती है. पटना नगर निगम द्वारा पहली बार इसका इस्तेमाल किया गया है. यह बेहतर परिणाम देगा.
यस बैंक के कंट्री हेड अजय राजन ने बताया कि पटना नगर निगम की सफाई व्यवस्था पहले से कहीं बेहतर हुई है. डिजीटली रूप से ट्रेंड होने पर आम नागरिकों को सुविधा मिलेगी. एक क्लिक में आसानी से पेमेंट किया जाएगा.
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नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि पटना नगर निगम के कार्यों को जनसुलभ बनाने एवं पेमेंट की प्रक्रिया को आसान करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. नो कॉस्ट प्रोसेस के तहत ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम के माध्यम से पटना नगर निगम की आय बढ़ने के साथ ही आम लोगों को घर बैठे सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. वर्तमान समय में पटना नगर निगम में ऑनलाइन भुगतान 30 प्रतिशत हो रहा है, इसे 90 से 95 प्रतिशत करना हमारा लक्ष्य है्.
सीबीडीसी एक डिजिटल मुद्रा है, लेकिन यह करेंसी निजी करेंसी से अलग है. पिछले एक दशक में क्रिप्टो करेंसी का बाजार तेजी से बढ़ा है. निजी डिजिटल मुद्राएं किसी भी व्यक्ति की देनदारियों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं, क्योंकि उनका कोई जारीकर्ता नहीं है.