नाबालिग पीड़ित लड़की का चाचा होने का दावा करने वाले एक पहलवान ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वे उनके परिवार को गुमराह कर रहे हैं और बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने के लिये उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने उन पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है.
चाचा ने दावा किया कि पहलवान धोखाधड़ी कर रहे हैं और उनके भाई की बेटी की उम्र बदलकर 16 साल कर दी गयी है ताकि पोक्सो कानून (यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण संबंधी कानून) का गलत इस्तेमाल हो सके. उन्होंने कहा कि लड़की का जन्म 22 फरवरी 2004 को हुआ था. उन्होंने कहा कि ये पहलवान मेरे परिवार का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिस नाबालिग लड़की को उन्होंने पीड़िता बताया है, मैं उसके परिवार से हूं. वह मेरी भतीजी है और मैं उसका चाचा हूं.
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उन्होंने कहा, ‘पंजाब के कुछ खिलाड़ी, साक्षी मलिक और विनेश मेरे भाई को गुमराह कर रहे हैं. वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. हमें इंसाफ चाहिए. विनेश फोगाट यह क्यों कर रही है. उन्होंने मेरे भाई को गुमराह किया, किसी को भी कर सकते हैं. पहले वे जनवरी फरवरी में धरने पर बैठे लेकिन मामला पेचीदा हो गया.’ उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने दूसरी तिकड़म लगायी और महिला कार्ड खेला. उनका मकसद किसी भी तरह से बृजभूषण को गिरफ्तार कराना है.
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपनी भतीजी को कुश्ती खेलने के लिये प्रेरित किया था. उन्होंने कहा कि राजनेता और पहलवान सभी ‘खेल ’ खेल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी भतीजी के साथ कुछ नहीं हुआ है. इधर, पहलवानों ने इंडिया गेट पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है. पहलवान अपने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने के लिए हरिद्वार गये थे, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने उन्हें समझाकर रोक दिया.