केंद्र सरकार भारत में दुनिया की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना शुरू कर रही है. सहकारी क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना के तहत 1 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की स्वीकृति हो गई है. योजना के तहत देशभर के प्रत्येक प्रखंड में 2000 टन क्षमता का गोदाम बनाया जाएगा. उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने कहा कि योजना के लागू होने से देश में कुल खाद्य भंडारण क्षमता 2000 लाख टन से भी ज्यादा हो जाएगी.
Union Cabinet chaired by Prime Minister Narendra Modi, today approved the constitution and empowerment of an Inter-Ministerial Committee for facilitation of the “World’s Largest Grain Storage Plan in Cooperative Sector” by convergence of various schemes of the Ministry of…
— ANI (@ANI) May 31, 2023
सहकारिता क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना
योजना को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि कैबिनेट बैठक में सहकारिता क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना पर बड़ा फैसला लिया गया. हर प्रखंड में गोदाम का निर्माण किया जाएगा. जिससे देश की अन्न भंडारण क्षमता बढ़कर 2000 लाख टन से भी ज्यादा हो जाएगी. बता दें, अभी देश में 1450 लाख टन भंडारण की क्षमता है. इस योजना पर करीब एक लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जिसकी मंजूरी मिल गई है.
हर ब्लॉक में बनाया जाएगा 2000 टन का अन्न भंडारण
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना को लेकर कहा कि इस योजना के तहत हर प्रखंड में 2000 टन का अन्न भंडारण गोदाम बनाया जाएगा. गौरतलब है कि देश में भंडारण की कमी के कारण काफी मात्रा में अन्न की बर्बादी होती है. ऐसे में हर ब्लॉक में अन्न भंडारण गोदाम बन जाने से अन्न की बर्बादी रुकेगी. साथ ही विदेशों में आयात में भी कमी आएगी.