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बिहार: 2000 के नोट बंद होने से सुस्त पड़ा सोना-चांदी का कारोबार, जानिए 75 साल में कितने बदले सोने के भाव

कारोबारियों की मानें तो सामान्य दिनों औसतन प्रतिदिन 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक कारोबार शहर में होता रहा है. विवाह लगन में यह आंकड़ा पांच से 10 गुना तक बढ़ जाता है. लेकिन इस बार विवाह लगन रहने के बावजूद दो हजार के नोटों की बंदी की घोषणा के बाद इस आंकड़े पर ग्रहण लग गया है.

नीरज कुमार, गया. दो हजार के नोटों के चलन पर 30 सितंबर के बाद आरबीआइ के रोक की घोषणा से जिले में सोने-चांदी के कारोबार में एकाएक सुस्ती आ गयी है. पूरे शहर में 300 से भी अधिक सोने-चांदी की दुकानें हैं. इनमें से अधिकतर दुकानों पर पूरे दिन इक्के-दुक्के ग्राहकों का आना-जाना हो रहा है. वहीं सोने-चांदी के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि के कारण अधिकतर दुकानों पर स्टॉक कम रहने से कारोबारी ग्राहकों की मांग पूरी करने में हाथ खड़े कर रहे हैं.

सोने-चांदी के कारोबार में सुस्ती

सोना-चांदी से जुड़े कारोबारियों की मानें तो दो हजार के नोटों की बंदी की सरकारी घोषणा के बाद शहर में सोने-चांदी के कारोबार की यह हालात हो गयी है कि ग्राहक जहां इन सामान की रेट कम होने का इंतजार कर रहे हैं, तो वहीं अधिकतर कारोबारी दाम बढ़ने की संभावना को लेकर सामान को दबाये रखे हैं. हालांकि वैवाहिक लगन के रहने से सोने-चांदी के बने आभूषणों के प्रतिदिन दिन कुछ न कुछ कारोबार होने की जानकारी इससे जुड़े कारोबारियों द्वारा दी गयी है.

औसतन प्रतिदिन 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक कारोबार

कारोबारियों की मानें तो सामान्य दिनों औसतन प्रतिदिन 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक कारोबार शहर में होता रहा है. विवाह लगन में यह आंकड़ा पांच से 10 गुना तक बढ़ जाता है. लेकिन इस बार विवाह लगन रहने के बावजूद दो हजार के नोटों की बंदी की घोषणा के बाद इस आंकड़े पर ग्रहण लग गया है. इससे जुड़े कारोबारियों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे नोटबंदी की आखरी तिथि नजदीक आती जायेगी, कारोबार में उसी गति से सुधार हो सकती है. बातचीत के क्रम में इस बात की पुष्टि गया जिला बुलियन एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कुमार वर्मा व उपाध्यक्ष नवीन कुमार वर्मा ने भी की.

देश में 75 वर्षों में 69, 692.35% हुई सोने के दाम में वृद्धि

इतिहास की बात करें तो देश में 75 वर्षों में सोने के दाम में 69,692.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आजादी के बाद से अब तक सोने के दाम लगातार बढ़ते रहे हैं. साल दर साल सोने के दाम प्रति 10 ग्राम 24 कैरेट (करीब में) इस प्रकार रहे-

आजादी के बाद सोने की रेट

  • वर्ष- 1947- 88.62 रुपये.

  • वर्ष- 1964- 93.25 रुपये.

  • वर्ष- 1970- 184 रुपये.

  • वर्ष- 1975- 540 रुपये.

  • वर्ष- 1980- 1333 रुपये.

  • वर्ष- 1985- 2130 रुपये.

  • वर्ष- 1990- 3200 रुपये.

  • वर्ष- 1995- 4680 रुपये.

  • वर्ष- 2000- 4700 रुपये.

  • वर्ष- 2005- 7000 रुपये.

  • वर्ष- 2010- 18,500 रुपये.

  • वर्ष- 2015- 26,350 रुपये.

  • वर्ष- 2016- 28,650 रुपये.

  • वर्ष- 2017- 29,700 रुपये.

  • वर्ष- 2018- 31,450 रुपये.

  • वर्ष- 2019- 35,250 रुपये.

  • वर्ष- 2020- 48,650 रुपये.

  • वर्ष- 2021- 48,750 रुपये.

  • वर्ष- 2022- 52,650 रुपये.

  • 01 जून वर्ष- 2023- 61,800 रुपये रहा.

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