मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि पर्यटकों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में ठीक ढंग से जानकारी देने की व्यवस्था रखें. बिहार ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल है. पर्यटकों को सभी चीजों की जानकारी मिलेगी, तो यहां की विरासत को ठीक ढंग से समझेंगे और जानेंगे. बिहार में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हमलोग शुरू से काम कर रहे हैं. पर्यटन विभाग ने जो योजना बनायी है, वह बेहतर है. मुख्यमंत्री ने यह बातें गुरुवार को 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कहीं.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने सभी धर्म के स्थलों को विकसित किया है. वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए सरकार प्रयासरत है. गयाजी में देश के कई हिस्सों और विदेशों से लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री आते हैं. गया का अपना विशेष महत्व है. हमलोगों ने गयाजी डैम का निर्माण कराया है, ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत हो. हर वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाता है, जिसमें सारी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है.
बैठक में पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से वर्तमान प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने गयाजी धाम धर्मशाला, विष्णुपद मंदिर गया, सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर, केसरिया स्तूप के विकास को लेकर बनाये गये विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गयाजी धर्मशाला को छह फ्लोर की बिल्डिंग बनाने की योजना प्रस्तावित है. वहां 1,100 लोगों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की व्यवस्था होगी. विष्णुपद मंदिर तक के पहुंचने के रास्ते को और सुगम बनाया जायेगा. सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर क्षेत्र को बेहतरीन तरीके से विकसित किया जायेगा.
पर्यटन विभाग के सचिव ने राजगीर में सम्राट जरासंध स्मारक, बांका में ओढनी डैम का विकास, बांका में मंदार पर्वत गेस्ट हाउस व होटल का निर्माण, प्रकाश पुंज के सामने पार्क में वॉच टावर का निर्माण के बारे में बताया. साथ ही बक्सर में ब्रह्मेश्वर स्थान का विकास, पटना सिटी में खानकाह मुजीबिया तथा मधुबनी में मिथिला हाट के विकास की जानकारी दी.