गोरखपुर: माफिया राकेश यादव ने शनिवार को गोरखपुर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.राकेश यादव का नाम गोरखपुर जिले के टॉप 10 और यूपी के टॉप 61 बदमाशों की सूची में शामिल है.राकेश यादव पर हत्या,हत्या के प्रयास, गैंगस्टर समेत कुल 52 मुकदमा दर्ज हैं . वह लोगों की नजर में 90 के दशक में आया.जमीन के गोरखधंधे से कुख्यात माफिया बने राकेश यादव ने बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान और विधायक डॉ. विमलेश पासवान के पिता मानीराम के तत्कालीन विधायक ओम प्रकाश पासवान की 25 मार्च 1996 को माल्हनपार रोड पर चुनावी जनसभा में बम मारकर हत्या कर दी थी. राकेश यादव को मुख्य आरोपी बनाया गया था.
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि माफिया राकेश यादव पर दर्ज मुकदमों में से छह मामलों में अब पुलिस कोर्ट में पैरवी करेगी. उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए कोर्ट में गवाही और साक्ष्य प्रस्तुत कराएगी.पुलिस जिन केस के आधार पर माफिया को सजा दिनाना चाहती है उसमें पीपीगंज थाने में दर्ज गैंगस्टर केस अपराध संख्या 89/91, गुलरिहा थाने में दर्ज 332/99, आर्म्स एक्ट अपराध संख्या 333/99, अपराध संख्या 600/19, अपराध संख्या 870/20 तथा पिपराइच थाना में दर्ज अपराध संख्या 77/2020 में पुलिस पैरवी में कोई कमी नहीं रखना चाहती है.
माफिया राकेश यादव ने जेल से छूटने के बाद लंबे समय से नेपाल में शरण ले रखा था. पुलिस ने उस पर दर्ज मुकदमों में से 6 मामलों में पैरवी तेज कर दी थी. ऐसे में उसको डर था कि कुर्की या घर पर बुलडोजर चल सकता है. इसी डर के चलते और पुलिस के लगातार दबिश की वजह से चुपचाप सरेंडर कर दिया.