UP Politics: लखनऊ. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अब बसपा की चुनावी तैयारी का खाका खींचने में जुट गई है. बीते कई चुनावों में मिली असफलता के बाद इस बार बसपा का खास जोर युवाओं पर है. नए युवाओं को पार्टी से जोड़ा जाएगा, उनको जिम्मेदारी दी जाएगी और फिर पार्टी की रीति – नीति ‘ समझाई जाएगी. इसके लिए बूथ कमिटियों का नए सिरे से गठन होते ही कैडर कैंप आयोजित किए जाएंगे. इनमें पार्टी संगठन विचारधारा और लक्ष्यों से रूबरू करवाया जाएगा. बसपा का जनाधार 2012 से लगातार घट रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव -2019 में सपा के साथ गठबंधन करके 10 सीटें हासिल की थीं. उसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव बसपा ने फिर अकेले लड़ा. इनमें प्रदर्शन और निराशाजनक रहा. विधान सभा चुनाव में वोट प्रतिशत 13 फीसदी से नीचे आ गया और महज एक सीट पर पार्टी सिमट गई. वहीं नगर निकाय चुनाव में भी मेयर की एक भी सीट नहीं जीत सकी और वोट प्रतिशत 12 प्रतिशत रहा.
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UP Politics: बसपा की लगातार हार से सबक लेते हुए मायावती ने लिया बड़ा फैसला
UP Politics: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अब बसपा की चुनावी तैयारी का खाका खींचने में जुट गई है. बीते कई चुनावों में मिली असफलता के बाद इस बार बसपा का खास जोर युवाओं पर है. नए युवाओं को पार्टी से जोड़ा जाएगा, उनको जिम्मेदारी दी जाएगी और फिर पार्टी की रीति - नीति ' समझाई जाएगी.
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