पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के डॉक्टर्स कॉलोनी के रहने वाले एक निजी कर्मी विकास कुमार को ऑनलाइन कार बेचना महंगा पड़ गया. विकास के खाते से साइबर शातिरों ने 1.78 लाख रुपये की निकासी कर ली. इस संबंध में विकास ने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवायी है, जिसके बाद 1.21 लाख रुपये को दिल्ली के एक खाते में फ्रीज करा दिया गया है.
पीड़ित ने बताया कि आइ-20 कार को बेचने के लिए मैंने ऑनलाइन एप पर डिटेल डाला था. शुक्रवार को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले शख्स ने बताया कि वह दिल्ली से बोल रहा है और उसे मेरी कार पसंद आयी है. थोड़ी देर बात करने के बात करने के बाद उसने कार का वीडियो बनाकर वाट्सएप पर मांगा. इसके बाद शख्स ने कहा कि उसका दोस्त सोमवार को वहां आकर कार ले जायेगा. शख्स ने कहा कि मैं कुछ पैसा आपके खाते में डाल देता हूं.
पीड़ित ने बताया कि मैंने यूपीआइ नंबर दे दिया. इसके बाद शख्स ने पहले एक रुपये भेजा. एक रुपये भेजने के बाद एक मैसेज आया, जिसमें ओके करने को कह रहा था. मैंने शख्स से पूछा तो उसने कहा कि एक लाख से अधिक का राशि जाने से पहले ये मैसेज आता है. जैसे ही मैंने 1.78 लाख रुपये डाला कि मेरे खाते से ही पैसा कट गया.
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इसके बाद जब मैंने शख्स से पैसा कटने की बात कही तो उसने एक और मैसेज भेजा और कहा कि कटा हुआ पैसा वापस आ जायेगा. यह देखते ही मैं समझ गया कि मेरे साथ साइबर फ्रॉड हुआ है. पैसा लौटाने की बात कही तो शख्स ने फोन काट दिया और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद पीड़ित ने तुरंत मोबाइल नेशनल साइबर क्राइम पर इसकी शिकायत दर्ज करवायी और जिसके बाद पता चला कि ठगी का पैसा दिल्ली के एक खाते में गया है. जिसमें से 57 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी है और 1.21 लाख रुपये को फ्रीज कर दिया गया है.