दरभंगा. दरभंगा एयरपोर्ट रिकार्ड यात्रियों की संख्या के आधार पर पूरे देश में उड़ान योजना के तहत खोले गये एयरपोर्ट में चाहे नंबर वन का स्थान क्यों न बना रखा हो, लेकिन विमानन कंपनियां इस एयरपोर्ट पर यात्रियों को लूटने और ठगने का कोई प्रयास कर रही है. भारत के इस सफलतम एयरपोर्ट में जहां सुविधाएं बस स्टेंड जैसी भी नहीं हैं, वहीं यहां से दिल्ली हो या मुंबई कहीं भी जाना देश का सबसे महंगा सफर होता है. उड़ान योजना की शर्तों के कारण इस एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट का लगभग एकाधिकार है. सरकार और कंपनियां सुविधा तो नहीं ही बढ़ा रहीं हैं, बल्कि लगातार किराये बढ़ रहे हैं और विमानों की संख्या कम हो रही है. इस बात को लेकर यात्रियों में खासा आक्रोश है.
विमानों की घटती संख्या के बीच स्पाइसजेट अचानक दरभंगा और बेंगलुरु के बीच अपनी सेवा रद्द कर दी है. पहले तो बताया गया कि छह जून तक यह सेवा रद्द की गयी है, लेकिन उसके साइट पर पूरे जून माह के लिए टिकट की बुकिंग बंद है. ऐसे में लोगों को सीधा बेंगलुरु जाने में काफी परेशानी हो रही है. बेंगलुरु से दरभंगा आनेवाले कोलकाता के रास्ते दरभंगा पहुंच रहे हैं. यात्रियों का कहना है कि उन्हें बिना किसी गलती के समय और पैसा दोनों अधिक देना पड़ रहा है. लोगों ने कहा कि कोरोना काल से पूर्व तक यहां से एक दर्जन से अधिक विमानों की आवाजाही हुआ करती थी, जो घट कर अब आधा दर्जन के करीब पहुंच गयी है. किराया भी पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ा दिया गया है.
दरभंगा एयरपोर्ट से एक जोड़ी विमानों का परिचालन स्पाइस जेट के द्वारा किया जा रहा था. किंतु इसे भी अधिकारिक रूप से 6 जून तक और ऑनलाइन स्तर पर टिकट बुकिंग 30 जून तक नहीं हो पाएगा. वहीं 1 जुलाई को 25960 रुपए भाड़ा देकर बुकिंग करवाना होगा. स्पाइसजेट के अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि ऑपरेशनल कारणों से सेवा बंद की गयी है, जबकि दरभंगा से बंगलुरू जाने वाले विमानों में 88 प्रतिशत सीट का बुकिंग पांच और छह जून को हो चुका था. बावजूद इसके सेवा बंद कर दी गयी. कंपनी के साइट के अनुसार एक विमान में लगभग 195 सीट में प्रतिदिन 180 से 190 सीट का बुकिंग होता था.