चिलचिलाती धूप व शरीर झुलसाने वाली गर्मी ने जहां एक ओर जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है. दूसरी ओर, तेजी से गिरते भू-जल स्तर के कारण जलस्तर नीचे गिरने से शहर में जलसंकट का खतरा मंडराने लगा है. मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र के उत्तर-पूर्वी इलाके के कई मोहल्लों में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसकी बड़ी वजह मॉनसून से पहले बारिश का नहीं होना बताया जा रहा है. मुजफ्फरपुर नगर निगम से मिले तीन जून तक के आंकड़ों के अनुसार, शहरी क्षेत्र के बूढ़ी गंडक नदी से सटे मोहल्लों चंदवारा, जेल चौक, पक्कीसराय, शुक्ला रोड और कन्हौली इलाके का भू-जलस्तर 43 फुट नीचे चला गया है. हर दिन भू-जल स्तर में गिरावट है. इससे इन इलाकों में नगर निगम की बोरिंग से जलापूर्ति पंप पानी खींचने में हांफने लगे हैं. सुबह-सुबह तो किसी तरह बोरिंग से पानी की आपूर्ति हो जाती है. लेकिन, दोपहर और शाम की शिफ्ट में चंदवारा, जेल चौक, पक्कीसराय व शुक्ला रोड पंप से पानी की आपूर्ति करना निगम के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
शहरी क्षेत्र में 25-30 फुट तक सामान्य भू-जल स्तर माना जाता है. लेकिन, अभी 15-20 फुट अतिरिक्त भू-जलस्तर चला गया है. अखाड़ाघाट बांध और इससे सटे इलाके में 39-40 फुट तक जलस्तर चला गया है. शहर के बीचों-बीच इलाके में 36-38 फुट तक जलस्तर पहुंच गया है. इसके अलावा निगम ने ब्रह्मपुरा मिडिल स्कूल पंप गृह का जलस्तर 36 फुट रिकॉर्ड किया है. सर्किट हाउस माड़ीपुर व पीडब्ल्यूडी पंप का जलस्तर 33-35 फुट रिकॉर्ड हुआ है.
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मिठनपुरा पंप में आयी खराबी को ठीक कर नगर निगम ने 24 घंटे बाद इसे चालू तो कर दिया है, लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बोरिंग से पानी नहीं निकल रहा है. इस कारण मोहल्ले में पानी सप्लाई ठप है. मिठनपुरा इलाके में दो पंप हैं. पीएनटी दुर्गा स्थान पंप काफी पहले से फेल होने के कारण बंद है. अभी मिठनपुरा पंप पर ही पूरे इलाके का लोड है. इस पंप के जवाब देने से शहर के पूर्वी इलाके के तीन-चार वार्डों में पानी की गंभीर समस्या हो गयी है.