पूर्णिया. पूर्णिया के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की जान चली गयी. यहां के एक प्राइवेट नर्सिंग होम की डॉक्टर सीमा कुमारी आउट ऑफ स्टेशन थी, इसके बावजूद मरीज को भर्ती लिया गया. ऐसे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टर सीमा ने न केवल प्रसूता का इलाज शुरू किया बल्कि नर्स के माध्यम से ऑपरेशन से डिलीवरी करवाने लगी. इसी दौरान नर्स से एक बड़ी चूक हो गयी और ऑपरेशन के दौरान महिला का नस कट गया. ऑपरेशन टेबल पर ही महिला मरीज की मौत हो गयी. घटना पूर्णिया के स्वास्थ नगरी कहे जाने वाले लाइन बाजार की है.
महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया. हंगामे को देखते हुए पलक झपकते ही प्राइवेट नर्सिंग होम के सारे स्टाफ मौके से फरार हो गये. प्राइवेट नर्सिंग होम के अंदर और बाहर रात भर हंगामा होता रहा. सुबह होते ही परिजनों ने लाईन बाजार रोड को जाम कर दिया और जमकर हंगामा मचाया. हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन लोग दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
मृतका की पहचान 22 वर्षीय मालती देवी के रूप में हुई है. जिसकी शादी 2 वर्ष पूर्व ही हुई थी. घटना के संबंध में मृतका के परिजनों ने बताया कि महिला का डिलीवरी होना था. दर्द उठने के बाद देर शाम उसे लाइन बाजार स्थित मेटरनिटी एवं शिशु रोग अस्पताल में लाया गया. के नगर के पासवान टोला की महिला दलाल पूनम देवी, जो खुद को आशा कार्यकर्ता बता रही थी. वही मरीज को इस प्राइवेट नर्सिंग होम तक लेकर आयी थी. यहां परिजनों को नहीं बताया कि डॉक्टर नहीं हैं.
परिजनों ने कहा कि डिलीवरी की डेट एक सप्ताह बाद तय थी, लेकिन अचानक महिला का ऑपरेशन किया गया. जब ऑपरेशन थियेटर से अस्पताल कर्मी निकले तो बताया कि नस कट जाने से मरीज की मौत हो गयी है. परिजन जब ऑपरेशन थियेटर में गये तो देखा कि महिला बेड पर मृत पड़ी हुई थी. मौत से पहले महिला ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. घटना की सूचना मिलते ही जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व सांसद पप्पू यादव अस्पताल पहुंचे और सहायक खजांची थानेदार को केस दर्ज करने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को कहा है.