आनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल कमर कस रहे हैं. भाजपा मिशन 2024 के मोड पर है. वहीं कांग्रेस ने भी कार्य योजना बनायी है और दम लगा रही है. भाजपा ने अपने केंद्रीय नेताओं से लेकर सांसद-विधायक, पदाधिकारियों और बूथ स्तर के कार्यकर्ता तक के लिए काम बांटे हैं. एक महीने में 16 कार्य योजना पर पार्टी काम कर रही है. केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों के इर्द-गिर्द पार्टी का अभियान होगा.
एक महीने तक पार्टी के सांसद- विधायकों को क्षेत्र नहीं छोड़ने को कहा गया है. विकास तीर्थ कार्यक्रम के माध्यम से केंद्र और अपने राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाना है. हर लोकसभा स्तर पर 12 सौ प्रभावशाली लोगों की सूची बनायी गयी है. समाज में प्रतिष्ठित और प्रभाव रखनेवाले लोगों से खुद सांसद-विधायक और प्रमुख नेताओं को मिलना है. मंडल स्तर पर 50 ऐसे लोगों की सूची बनाने का निर्देश है.
राज्यसभा के सांसदों को भी जवाबदेही दी गयी है. जिन सीटों पर पार्टी ने शिकस्त खायी थी, वहां इनको जवाबदेही मिली है. विधानसभा स्तर पर लाभार्थी सम्मेलन करना है. केंद्र सरकार के लाभुकों को गोलबंद करने की मुहिम है. जून महीने में हर लोकसभा स्तर पर सभा होगी. इसमें पार्टी के बड़े नेताओं को जुटने का निर्देश है. 20 से 30 जून तक घर-घर संपर्क अभियान चलाया जायेगा. उधर कांग्रेस भी दम लगा रही है.
पिछले चुनाव में जिन सीटों पर भाजपा से पीछे रही, वहां फोकस होगा. प्रखंड और जिला स्तर पर संगठन को मजबूत करते हुए बूथ तक पार्टी पहुंचाने की रणनीति बनायी है. हर कमेटी का धरातल पर पड़ताल हो रहा है. विधानसभा और लोकसभा स्तर पर पार्टी एसटी-एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यक वोट बैंक पर नजर है. लोकसभा और विधानसभा स्तर पर पार्टी इन वर्गों से लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम चला रही है.
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर है. नये चेहरों को सामने लाकर पैठ बनाने की रणनीति है. इसके साथ पार्टी राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर आम लोगों की बीच जायेगी. प्रखंड स्तर पर समाधान बॉक्स लगाकर राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर फीड बैक लेना है. कांग्रेस की रणनीति है कि 2024 में भाजपा के केंद्र सरकार की उपलब्धियों को स्थानीय मुद्दों, सवालों के साथ घेरेंगे.
केंद्र सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी की सौगात दी है. विकास के नाम तीर्थ कर रहे हैं, लेकिन जनता सच जानती है. सांप्रदायिक एजेंडा चलाने वालों का हश्र कर्नाटक में देश ने देख लिया है. भाजपा लोगों का विश्वास खो चुकी है. हमारी तैयारी पुख्ता है. जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है. अब तक हमने 10 जिला में समीक्षा की है. पार्टी समाज के हाशिए पर खड़े लोगों के बीच नेतृत्व क्षमता विकसित कर रही है. राज्य सरकार के कार्यों को हम जनता के बीच लेकर जायेंगे.
राजेश ठाकुर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा केंद्र में नरेेंद्र मोदी के नेतृत्व में जमीनी स्तर पर हुए काम को लेकर जायेगी. देश में आम लोगों का अधिकार और स्वाभिमान बढ़ा है. हम जनता के बीच रहनेवाले लोग हैं. हमारे जनप्रतिनिधि जनसेवा की भावना से काम करते हैं. तुष्टीकरण हमारी नीति नहीं है. हमारे कार्यकर्ता सालभर सक्रिय रहनेवाले हैं. केंद्र सरकार की उपलब्धियाें को घर-घर लेकर जायेंगे. जनता का विश्वास था और बना रहेगा. भ्रष्टाचारी और परिवारवाद चलाने वालों की हार फिर तय है.
दीपक प्रकाश, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
एक महीने तक भाजपा सांसद-विधायकों को नहीं छोड़ना है क्षेत्र, राज्यसभा सांसद के जिम्मे हारी हुई सीट, जून महीने में संगठन ने दिये 16 टास्क, हर लोकसभा क्षेत्र में 12 सौ प्रभावशाली लोगों की सूची तैयार कर सांसद-विधायकों को खुद मिलना है
पंचायत-बूथ स्तर पर संगठन को दुरुस्त करना, एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों में लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम, प्रदेश अध्यक्ष खुद हर जिला की करेंगे समीक्षा, ग्राउंड लेवल पर कमेटी की पड़ताल. आम लोगों से राज्य सरकार की योजनाओं का फीड बैक लेना, समाधान बॉक्स लगा लोगों के सुझाव लेना और राज्य सरकार के लाभुकों से संपर्क करना आदि चुनाव के तैयारी को लेकर कांग्रेस की कार्य योजना में शामिल हैं.