Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के मामले ने नया मोड़ ले लिया है. एक तरफ विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत कई पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है तो वहीं दूसरी तरफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराने वाली नाबालिग महिला पहलवान ने अपना बयान बदल दिया है. 17 वर्षीय पहलवान के पिता बुधवार को यू-टर्न लेते हुए अपने बयान से पलट गए हैं.
नाबालिग पहलवान के पिता ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. उन्होंने बृजभूषण पर उनकी बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. लेकिन अब नाबालिग पहलवान के पिता ने शिकायत वापस ले ली है. नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ से भेदभाव किए जाने पर गुस्से में ये शिकायत दर्ज की थी. उन्होंने कहा, ‘बृजभूषण ने मेरी बेटी के साथ गलत व्यवहार नहीं किया. यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई, लेकिन मेरी बेटी के साथ भेदभाव किया गया.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं इस लड़ाई में अकेला था. कुछ पहलवानों को छोड़कर किसी ने मेरा साथ नहीं दिया. मामला सामने आने के बाद से मेरा परिवार दहशत में जी रहा है. मैंने 5 जून को सुप्रीम कोर्ट में स्पष्ट कर दिया था कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने किसी तरह का उत्पीड़न नहीं किया. लेकिन मैं भेदभाव की शिकायत से दूर नहीं जा रहा हूं.’
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने नाबालिग के पिता बयान के आधार पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी. नाबालिग महिला पहलवान ने कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत वापस लेने के लिए अपने पिता और दादा के साथ बयान दर्ज कराए थे, उसके बाद कोर्ट में मार्जिस्टेट के सामने अपने बयान दर्ज कराकर अपनी शिकायत वापस ली. दो जून को नाबालिग पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड किया गया था. सूत्रों की मानें तो नाबालिग महिला पहलवान ने कोर्ट में कहा कि उनके साथ भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कभी यौन शोषण नहीं किया है.
बता दें कि बुधवार को ही ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. करीब 5 घंटे तक चली बैठक के बाद आश्वासन दिया गया है कि पहलवानों के खिलाफ एफआईआर वापस ले ली जाएंगी. हालांकि, मलिक और पुनिया दोनों ने जोर देकर कहा कि उनका आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और उन्होंने सरकार के अनुरोध पर केवल 15 जून तक वे अपना विरोध स्थगित कर रहे हैं. इस बीच कार्रवाई नहीं हुई तो वह अपना विरोध जारी रखेंगे. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि बैठक अच्छे माहौल और सकारात्मक तरीके से हुई और सरकार ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की मांगों को स्वीकार कर लिया है.