पूर्वी चंपारण: ढाका के ग्रामीण इलाकों में सीधे-साधे लोगों से ठगी करने वाले पांच साइबर अपराधी पकड़े गये हैं. यह गिरोह लोगों को विश्वास में लेकर उनके बैंक अकाउंट से रुपये गायब करता है. उनके पास से 58 एटीएम कार्ड, एटीएम स्वाइप मशीन, तीन बाइक, पांच मोबाइल, एक कट्टा व एक गोली के अलावा एक ही व्यक्ति के नाम के तीन आधार कार्ड बरामद हुआ हैं. एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में तीन मुजफ्फरपुर व दो पकड़ीदयाल के रहने वाले हैं. इस गिरोह का नेटवर्क उत्तर बिहार के कई जिलों में फैला है. गिरोह में 70 अपराधी हैं. इनमें कुछ साइबर एक्सपर्ट भी हैं. पूर्वी व पश्चिम चंपारण सहित मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व गोपालगंज के ग्रामीण इलाकों में सीधे-साधे लोगों को ठगते हैं. गिरफ्तार अपराधियों में पकड़ीदयाल कोरहल का दीपक कुमार सहनी, मनीष कुमार, मुजफ्फरपुर के मीनापुर के बड़ा भारती गांव का हेमन्त कुमार, मीनापुर रेपुरा का गुड्डू कुमार रजक, सिवाईपट्टी के चतुर्शी गांव का सुनील कुमार शामिल हैं.
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अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. साथ ही अन्य बदमाशों ने नाम का भी खुलासा किया है. उसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. कहा कि बरामद मोबाइल की कॉल डिटेल व लोकेशन का पता लगाया जा रहा है. छापेमारी में सदर एएसपी राज के साथ सिकरहना डीएसपी अशोक कुमार, ढाका थानाध्यक्ष मुकेशचंद्र कुमर व जिला आसूचना इकाई की टीम के साथ ढाका थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.
ढाका में गिरफ्तार पांच साइबर अपराधियों ने तीन का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है. दीपक कुमार सहनी पर मधुबन, कोटवा व पकड़ीदयाल थाने में जालसाजी के एक-एक मामले दर्ज हैं. गुड्डु कुमार रजक पर मुजफ्फरपुर के मीनापुर व वैशाली के जन्दाहा थाने में जालसाजी के एक-एक, सुनील कुमार पर मुजफ्फरपुर के सदर थाने में जालसाजी का एक मामले दर्ज है.