Agra : ताजनगरी आगरा में गर्मी के मौसम में बिकने वाले मटकों के नाम आपने बॉलीवुड हीरोइन और हीरो के नाम पर तो जरूर सुने होंगे. लेकिन जिले के एक मटका विक्रेता ने अपने कारीगरों के नाम पर ही मटकों का नाम रख दिया है. उनका कहना है कि जिन लोगों ने इन मटकों को बनाने में अपनी मेहनत लगाई है उनका नाम भी होना चाहिए.
आगरा के ईदगाह खेरिया रोड पर नामनेर क्षेत्र में मटका बेचने वाले विक्रेता प्रताप सिंह का कहना है कि इस बार काफी गर्मी है और तेज गर्मी होने के चलते मटकों की बिक्री में भी काफी बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. रोजाना दर्जनों ग्राहक मटके खरीद कर ले जा रहे हैं.
प्रताप सिंह ने बताया कि उनके पास महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान से बने हुए मटके मौजूद हैं. गुजरात से कलरफुल मटके आए हैं और जयपुर से गोल्डन मटका और राजस्थान से लाइनिंग वाला मटका इस समय ज्यादा बिक रहा है. प्रताप ने बताया कि उन्होंने अपने मटकों का नाम उनको बनाने वाले कारीगरों के नाम पर रखा है. उनके पास जो मटके हैं उनको बनाने वाले एक कारीगर का नाम पप्पू है और दूसरी का नाम गुड्डी है. उन्होंने राजस्थान के मटके नाम पप्पू और गुजरात के रंगबिरंगे मटके का नाम गुड्डी रखा है.
प्रताप का कहना है कि जहां से मटका बनकर आता है उसी जगह के नाम से मटके को जाना जाता है. लेकिन जिसने मटका बनाया है कम से कम उसको बनाने वाले कारीगर का नाम भी मशहूर होना चाहिए. और इसीलिए हमने कारीगरों के नाम पर मटकों का नाम रखा है और असल में यही उनकी मेहनत का असली फल है. प्रताप ने बताया कि गुजरात वाले मटके को गुड्डी नाम की कारीगर ने बनाया है इसलिए उसका नाम गुजरातन गुड्डी मटका रख दिया है. इसकी कीमत 300 से 400 रुपए है. राजस्थान के पप्पू मटके की कीमत 150 से 200 रुपए है और जो अन्य मटके हमारे पास मौजूद है उनकी कीमत 120 से 140 रुपए है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र, आगरा