पटना में 23 जून को विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक होने जा रही है. इस बैठक में राजद , जदयू , कांग्रेस, सपा, टीएमसी, शिवसेना, एनसीपी समेत कई दलों के शीर्ष नेता भाग लेंगे. आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर इस बैठक में रणनीति तय होगी. विपक्षी एकता के जरिए भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल की है. लेकिन बसपा इस बैठक में हिस्सा नहीं लेगी.
पटना में 23 जून को आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में बसपा हिस्सा नहीं लेगी. बसपा की ओर से कोई भी नेता इस बैठक में शामिल नहीं होंगे. बसपा आगामी लोकसभा चुनाव महागठबंधन के साथ नहीं लड़ेगी बल्कि बिहार की सभी 40 सीटों पर बसपा अपना उम्मीदवार उतारेगी. बसपा के बिहार प्रभारी अनिल कुमार ने ये जानकारी दी है.
पटना में विपक्षी दलों की अहम बैठक होने जा रही है. भाजपा को हराने के लिए अब विपक्षी दलें अलग-अलग चुनाव लड़ने के बजाय एकसाथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. पटना में आयोजित बैठक में इसे लेकर रणनीति बननी है. इस बैठक में सियासी मैदान में आपस में धुर विरोधी रहे नेता एकसाथ दिखेंगे.
विपक्षी दलों की इस बैठक में राजद व जदयू के अलावे कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी शामिल होंगे. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत वाम दलों के भी कई शीर्ष नेता इसमें शामिल हो रहे हैं.