रांची: सीबीआई दिल्ली ने इपीएफओ घोटाले में दिल्ली, बिहार और झारखंड के आठ ठिकानों पर छापामारी की. इस दौरान घोटाले में शामिल प्रियांशु कुमार को गिरफ्तार किया गया. छापामारी के दौरान जालसाजी से जुड़े दस्तावेज, मोबाइल, एटीएम कार्ड और पासबुक जब्त किये गये. जालसाजों ने इस घोटाले को अंजाम देने के लिए इपीएफए के वैसे सदस्यों को निशाना बनाया था, जिनका अकाउंट आधार से लिंक नहीं था. जालसाजों ने ऐसे सदस्यों के नाम का फर्जी आधार कार्ड बनाया. पूछताछ के लिए इस अभियुक्त प्रियांशु कुमार को चार दिनों की रिमांड पर लिया गया है.
2022 में दर्ज की गयी थी प्राथमिकी
सीबीआई ने यह कार्रवाई वर्ष 2022 में दर्ज की गयी प्राथमिकी के आलोक में की है. फरवरी 2022 को दिल्ली सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा ने इपीएफओ के चीफ विजिलेंस अफसर की शिकायत पर इस घोटाले के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें कहा गया कि पंजाब के इपीएफओ सदस्य द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर हुई प्रारंभिक जांच के दौरान यह पाया गया कि जालसाजी कर 1.83 करोड़ रुपये की निकासी कर ली गयी है.
फर्जी आधार कार्ड बनाकर जालसाजी
जालसाजों ने इस घोटाले को अंजाम देने के लिए इपीएफए के वैसे सदस्यों को निशाना बनाया था, जिनका अकाउंट आधार से लिंक नहीं था. जालसाजों ने ऐसे सदस्यों के नाम का फर्जी आधार कार्ड बनाया. इसके बाद इपीएफओ सदस्य बनकर दावा किया और पैसों की निकासी कर ली. इपीएफओ की शिकायत के आधार पर दर्ज की गयी प्राथमिकी की जांच के दौरान सीबीआई ने छापा मारा और एक जालसाज प्रियांशु कुमार को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के लिए इस अभियुक्त को चार दिनों की रिमांड पर लिया गया है.