गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गयी है. पुलिस ने छेड़छाड़ की शिकायत पर पूछताछ के लिए मृतक युवक दिलशाद को उठाया था. परिजनों ने पुलिस पर पिटाई और हत्या का आरोप लगाया है. वहीं पुलिस का कहना है कि इंदिरापुरम से विजयनगर थाने लाते वक्त हुए सड़क हादसे की वजह से मौत हुई है. मौत से गुस्साए परिजनों ने विजयनगर थाने और मोर्चरी पर जमकर हंगामा किया. मृतक युवक के छोटे भाई नौशाद ने बताया कि दिलशाद अपने पिता के साथ पुलिसकर्मियों की वर्दी की ड्राइक्लीन का काम करता था. अभयखंड चौकी और विजयनगर पुलिस की वर्दी की धुलाई वही करता था. अभयखंड चौकी पर तैनात इंचार्ज ने सोमवार दोपहर दिलशाद को फोन करके बुलाया. उन्होंने कहा था कि उनकी वर्दी देकर वापस चले जाना. वह वर्दी लेकर दोपहर करीब दो बजे अभयखंड पुलिस चौकी पहुंचा तो चौकी इंचार्ज ने उसे बैठा लिया.
दिलशाद ने किसी परिचित के हाथ अपना पर्स और बेल्ट घर भिजवा दिया था और थोड़ी देर में लौटने की बात कही थी, इसके बाद वह घर नहीं लौटा. शाम को वह अपने परिजनों के साथ अभयखंड चौकी पहुंचे तो पुलिस ने उसके भाई की सही जानकारी नहीं दी. पुलिस द्वारा सही जानकारी नहीं देने पर परिजन कई घंटे तक थाने के चक्कर काटते रहे. इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा बताया गया कि दिलशाद का एक्सीडेंट हो गया है और उसे गंभीर चोट आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रात को विजयनगर पुलिस की ओर से बताया गया कि दिलशाद की मौत हो गई है. दिलशाद की मां और भाई नौशाद का आरोप है कि उसकी मौत एक्सीडेंट में नहीं हुई है. दिलशाद के पेट पर चोट के निशान हैं. उसकी पिटाई की गई है. सिर पर चोट मारकर उसकी हत्या की गयी है.
Also Read: ऑनलाइन धर्मांतरण मामले में मुंबई कोर्ट ने आरोपी शाहनवाज को ट्रांजिट रिमांड पर भेजा, अब गाजियाबाद लाएगी पुलिस
दिलशाद के भाई नौशाद का कहना है कि पुलिस ने जिस कैंटर यानी मिनी ट्रक से टकराकर मौत का दावा कर रही है, वह दो दिन से थाने के बाहर खड़ा है. नौशाद का कहना है कि पुलिस अब कहानी गढ़ रही है. पुलिस ने हिरासत में उसके भाई की हत्या की है. इस मामले में डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने कहा कि दिलशाद के खिलाफ एक विजयनगर की लड़की की ओर से शिकायती पत्र मिला था. सोमवार को उसे पूछताछ के लिए इंदिरापुरम से विजयनगर लाया जा रहा था. जिस गाड़ी में उसे लाया जा रहा था उसका कैंटर से एक्सीडेंट हो गया. पुलिस टीम से पूछताछ में सामने आया है कि हादसे के वक्त दिलशाद ने बाहर थूकने के लिए कार का दरवाजा खोला था. इसी दौरान वह कैंटर से टकरा गया और सिर में चोट आ गई. परिजनों का आरोप गलत है. दिलशाद की मौत हादसे में हुई है.