बिहार के भागलपुर में हुए सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल हादसे में एक बड़ा अपडेट आया है. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त ड्यूटी पर तैनात एसपी सिंगला कंपनी में कार्यरत खीराडीह निवासी लापता गार्ड विभाष कुमार का शव मंगलवार को बरामद कर लिया गया है. हादसे के वक्त उसकी ड्यूटी पाया नंबर दस के पास थी. शव के निकाले जाने के बाद विभाष के चाचा रामविलास यादव ने बताया कि शव की पहचान कपड़े और गले पर निशान को देखकर की. इसके बाद थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने प्रारंभिक जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
विभाष की तलाश में खगड़िया एसडीआरएफ के द्वारा की जा रही थी. मगर, थक-हारकर एसडीआरएफ ने शुक्रवार को तलाशी अभियान बंद कर दिया. हालांकि, मृतक के परिजनों ने हार नहीं मानी. इसके बाद, विभाष कुमार का शव खगड़िया-भागलपुर सीमा पर कौवाकोल में गंगा की धारा से बरामद किया गया. शव मिलने की सूचना पर परिजन वहां पहुंचे और उन्होंने विभाष के शव की पहचान की. गौरतलब है कि इससे पहले गार्ड के परिजनों ने उसके लापता होने की आशंका जताई थी. हालांकि, शव मिलने के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है.
Also Read: बिहार कैबिनेट से इस्तीफे के बाद सामने आया संतोष सुमन और जीतन राम मांझी का बयान, कहा- विलय का बन रहा था दबाव
बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग ने सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल को बना रही कंसट्रक्शन कंपनी एसपी सिंगला को नोटिस जारी किया है. ठेकेदार से पूछा गया है कि 15 दिनों में बतायें कि क्यों नहीं आपको काली सूची में डाला जाये. इसके अलावा खगड़िया के कार्यपालक अभियंता को निलंबित कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने पुल की सही से निगरानी नहीं है. वहां नये सहायक अभियंता भेजे गये हैं. इसके साथ ही, आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मुंबई की टीम के द्वारा पुल के डिजाइन और अन्य खामियों की जांच की जा रही है.