पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले उन्होंने वहां के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन से मुलाक़ात की. इस मीटिंग के दौरान दोनों ने ही कई जरूरी मुद्दों पर चर्चा की. बातचीत के दौरान अमेरिकी एनएसए सुलिवन ने पीएम मोदी को बायलेटरल कोऑपरेशन के अलग अलग क्षेत्रों में हुई प्रगति को लेकर जानकारी शेयर की. वहीं, पीएम मोदी ने कहा वे अमेरिका की सार्थक यात्रा और रराष्ट्रपति बाइडन के साथ म्यूच्यूअल प्रोफिट के लिए बायलेटरल, रीजनल, ग्लोबल मुद्दों पर बातचीत को लेकर काफी उम्मीद लगाकर बैठे हैं.
अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) जेक सुलिवन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच बायलेटरल कोऑपरेशन के विभिन्न क्षेत्रों में अब तक हुई प्रगति के बारे में उन्हें जानकारी दी. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ती और गहरी होती भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक पार्टनरशिप पर संतोष व्यक्त किया. बयान के अनुसार, सुलिवन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन राजकीय यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. इसमें कहा गया, प्रधानमंत्री ने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती और गहरी होती व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर संतोष व्यक्त किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह एक सार्थक यात्रा और आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर राष्ट्रपति बाइडन के साथ बातचीत की उम्मीद करते हैं.
जेक सुलिवन ने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल से भी मुलाकात की. दोनों ने सेमी-कंडक्टर, नेक्स्ट जनरेशन के दूरसंचार और रक्षा सहित सात विशिष्ट हाई टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में दोनों देशों के सहयोग के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप का अनावरण किया. बोर्ड ऑफ़ इंडस्ट्रीज सीआईआई की क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज इनिशिएटिव (आईसीईटी) पहल पर आयोजित दूसरे ट्रैक-1.5 डायलॉग में रोडमैप की घोषणा की गई. डोभाल और सुलिवन ने ट्रैक 1.5 डायलॉग से पहले वार्ता की, जिसमें कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई.
विदेश मंत्रालय ने कहा, इससे पहले आज दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. बाद में शाम को, उन्होंने भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित आईसीईटी पर दूसरे ट्रैक 1.5 संवाद में भाग लिया. संवाद का पहला संस्करण 30 जनवरी को वाशिंगटन में ‘यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स’ द्वारा आयोजित किया गया था.
अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से पहले अजित डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य सीनियर भारतीय अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए दो दिवसीय यात्रा पर कल यहां पहुंचे. आईसीईटी के माध्यम से दोनों देशों की सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , क्वांटम कंप्यूटिंग, 5G और 6G, बायोटेक, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर्स जैसे क्षेत्रों में घनिष्ठ संबंध स्थापित होने की उम्मीद है.
अजित डोभाल ने कहा, हम भारत-अमेरिका क्वांटम समन्वय तंत्र को शुरू करने में सक्षम हैं. हमने सेमीकंडक्टर्स पर एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके अलावा आरएएन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क), 5G और 6G में मुक्त सहयोग बढ़ाने को लेकर सरकारी, उद्योग जगत और अकादमिक हितधारकों के बीच दूरसंचार पर सार्वजनिक-निजी संवाद किया. सुलिवन ने कहा, अमेरिका और भारत स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करने, वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ाने व उनमें विविधता लाने, अन्य महत्वपूर्ण सामानों की आपूर्ति श्रृंखलाओं को विविध बनाने और एआई, उन्नत कंप्यूटिंग, बायोटेक तथा क्वांटम में क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. मोदी को राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया है. उनकी इस यात्रा में 22 जून को राजकीय रात्रिभोज भी शामिल होगा. मोदी 23 जून को अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. यह दूसरा अवसर होगा, जब मोदी अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करेंगे. वह इजराइल को छोड़कर तीसरे ऐसे विश्व नेता होंगे, जिन्होंने दो बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया हो. अन्य दो नेताओं में विंस्टन चर्चिल और नेल्सन मंडेला शामिल हैं. मोदी ने इससे पहले 2016 में अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया था. (भाषा इनपुट के साथ)