बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली के तेजतर्रार एसएसपी (कप्तान) प्रभाकर चौधरी ने बुधवार देर रात एक बार फिर लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है. भमोरा थाना क्षेत्र के दुष्कर्म मामले में नियम विरुद्ध मुख्य आरक्षी को जांच देने के साथ ही समझौते का दबाव बनाने पर भमोरा थानाध्यक्ष रोहित शर्मा को निलंबित कर दिया. इसके अलावा इंस्पेक्टर फतेहगंज पूर्वी अरविंद कुमार, सट्टा कराने के आरोप में बारादरी थाने की जोगी नवादा चौकी के इंचार्ज सुशील कुमार, कांकरटोला चौकी के इंचार्ज सुधीर कुमार, मुख्य आरक्षी परमानंद सिंह, आरक्षी मुहम्मद कामिल, और मोहित पवार को लाइन हाजिर कर दिया. इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. कप्तान करीब 100 से अधिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं.
बरेली देहात के भमोरा थाने में कोर्ट के निर्देश पर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. इसकी विवेचना थाना प्रभारी रोहित शर्मा ने मुख्य आरक्षी राम प्रकाश यादव को दे दी. राम प्रकाश ने विवेचना में मदद के नाम पर वादी से 30 हजार,और प्रतिवादी से 70 हजार रुपये ले लिए. यह मामला एसएसपी के संज्ञान में आया. इसके बाद ही निलंबित कर दिया गया. एसएसपी ने थाना प्रभारी रोहित शर्मा को इस आरोप में निलंबित कर दिया कि अधिकृत न होने के बावजूद उन्होंने मुख्य आरक्षी को विवेचना आवंटित कर दी. ऐसे में थाना प्रभारी की घोर लापरवाही सामने आई है.
एसएसपी ने आंवला कोतवाली के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गौतम को फतेहगंज पूर्वी थाने की कमान सौंपी है. ईओआईसी एकोनिमिक्स सेल में तैनात इंस्पेक्टर सतीश कुमार को आंवला थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.आंवला में ओपी गौतम काफी समय से तैनात थे. मगर, फतेहगंज पूर्वी थाने से हटाए गए अरविंद कुमार को लाइन में भेजा गया है.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली