पटना. दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके के संस्कृति कोचिंग सेंटर में गुरुवार दोपहर 12 बजे लगी आग की घटना ने पटना के कोचिंग संस्थानों और अग्निशमन विभाग को झकझोर कर रख दिया है. अग्निशमन के अधिकारियों में भी यह डर है कि कहीं…मुखर्जी नगर जैसी घटना पटना में न हो जाये. जानकारी के अनुसार अग्निशमन विभाग शुक्रवार को कोचिंग संस्थानों में अग्निशमन सुरक्षा को लेकर एक निर्देश जारी करने की तैयारी में जुट गयी है. यही नहीं निर्देश जारी करते ही अग्निशमन की टीम कोचिंग संस्थानों में जल्द ही ऑडिट करेगी और जिन कोचिंग संस्थानों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं रहेगी, उन कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जायेगी.
राजधानी के कोचिंग हब में शुमार नया टोला, रमना रोड, भिखना पहाड़ी, मुसल्लहपुर हाट, बाजार समिति और रामपुर नहर रोड इलाके में एक भी ऐसा संस्थान नहीं है, जिसमें रहना वहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए किसी भी मायने में सुरक्षित हो. खासतौर पर अग्निकांड की स्थिति में पुराने भवनों में चल रहे कोचिंग सेंटर से निकलना काफी कठिन है. हालांकि, छात्रों की सुरक्षा के प्रति ना तो कोई कोचिंग संचालक सजग दिख रहा है और ना ही अभिभावकों को किसी तरह की चिंता है. एक-एक कोचिंग संस्थानों में हजार-हजार बच्चों का क्लास चल रहा है. यही नहीं एक कैंपस में दर्जनों कोचिंग संस्थान और निकलने का रास्ता भी एक ही है. ऐसी व्यवस्था में हर दिन लाखों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.
खजांची रोड स्थित एक मार्केट में 2019 में भीषण आग लग गयी थी, जिसमें दो बड़े कोचिंग संस्थान भी थे. आग लगने के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गयी थी, जिसके बाद अग्निशमन की टीम ने कोचिंग संस्थानों की ऑडिट भी की थी. इसके साथ-साथ अवेयरनेस का कार्यक्रम भी चलाया था. वहीं सूरत में कोचिंग संस्थान में लगी आग की घटना से सबक लेते हुए अग्निशमन मुख्यालय ने राज्यभर में शहरी क्षेत्र में स्थित कोचिंग संस्थानों एवं अस्पतालों का फायर ऑडिट तक पूरा करने का निर्देश दिया है. यही नहीं अग्निशमन विभाग के वरीय अधिकारियों ने सभी फायर अफसरों को निर्देश दिया था और चार दिन के भीतर कोचिंग संस्थानों का फायर ऑडिट कर रिपोर्ट सौंपने का भी निर्देश दिया था.
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अग्निशमन विभाग के जिला कमांडेंट मनोज कुमार नट ने बताया कि कोचिंग संस्थानों में आग से बचाव के लिए अवेयरनेस का क्लास चलाया जायेगा. इसके लिए कोचिंग एसोसिएशन वालों से पहले भी बात की गयी है. इस बार बैठक कर अवेयरनेस क्लास कराने पर जोर दिया जायेगा. वहीं कोचिंग संस्थानों के ऑडिट के लिए निर्देश जारी कर जांच की जायेगी. अगर ऑडिट के दौरान फायर सेफ्टी से संबंधित किसी भी तरह की चूक दिखायी दी तो उन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.