बिहार में 23 जून को होने वाली विपक्ष की महा बैठक के बाद एक हफ्ते के अंदर भाजपा के दो बड़े नेताओं का ताबड़तोड़ बिहार दौरा होगा. आपातकाल की बरसी से एक दिन पहले यानी 24 जून को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा झंझारपुर से समाजवादियों को इसकी याद दिलायेंगे. वहीं, 29 जून को पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को उनके चुनाव क्षेत्र मुंगेर लोकसभा के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में जाकर चुनौती देंगे. राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की सहमति के बाद इन दौरों को लेकर प्रदेश भाजपा की तैयारियां तेज हो गयी है. इन जनसभाओं को लेकर जगह की तलाश शुरू हो गयी है.
झंझारपुर और मुंगेर संसदीय क्षेत्र से वर्तमान में क्रमश: जदयू के रामप्रीत मंडल और राजीव रंजन सिंह सांसद हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में झंझारपुर से भाजपा के वीरेंद्र चौधरी और मुंगेर से भाजपा की सहयोगी लोजपा की वीणा देवी ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 में एनडीए में समझौते के तहत दोनों सीटें जदयू के खाते में चली गयीं. महागठबंधन के नये समीकरण को देखते हुए भाजपा 2019 में छोड़ी गयी इन दोनों सीटों को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है.
नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर भाजपा द्वारा चलाये जा रहे महाजनसंपर्क अभियान के तहत सूबे के विभिन्न जिलों में पहले से केंद्रीय मंत्री व सांसदों का दौरा चल रहा है. गुरुवार को केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पश्चिम चंपारण लोकसभा के संयुक्त मोर्चा सम्मेलन, जबकि राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलौत ने सासाराम लोकसभा में संपर्क से समर्थन कार्यक्रम में भाग लिया. इसके साथ ही पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने सीतामढ़ी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने हाजीपुर में आयोजित संपर्क कार्यक्रमों में भागीदारी की. यह कार्यक्रम 30 जून तक लगातार चलेंगे.