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Parenting Styles: बच्चे जिद्दी हैं या मां-बाप, पैरैंटिंग के ये टिप्स आपकी करेंगे परवरिश में मदद

Parenting Styles: आपका पेरेंटिंग स्टाइल सिर्फ आपके बच्चे ही नहीं भविष्य में बच्चे के बच्चे की परवरिश में भी बड़ा योगदान निभाएगी, क्योंकि आपका बच्चा आज जो आप से सीखेगा भविष्य में अपने बच्चों पर भी वही लागू करेगा.

Parenting Styles: बच्चे के जन्म के साथ माता-पिता का भी नया जन्म होता है. उनके बीच का बॉन्ड भी अनोखा होता है. हालांकि, पालन-पोषण के विभिन्न तरीके इस बॉन्डिंग को काफी हद तक प्रभावित कर सकते हैं. कुछ पैरेंट्स बच्चे के पालन पोषण का एक अलग और सख्त तरीका चुनते हैं. आपका पेरेंटिंग स्टाइल सिर्फ आपके बच्चे ही नहीं भविष्य में बच्चे के बच्चे की परवरिश में भी बड़ा योगदान निभाएगी, क्योंकि आपका बच्चा आज जो आप से सीखेगा भविष्य में अपने बच्चों पर भी वही लागू करेगा. आज हम आपको यहां पर अलग अलग पैरेंटिंग स्टाइल के बारे में बताएंगे जो आपको आपके बच्चे की परवरिश में मदद करेंगे

टाइगर पैरेंट्स

टाइगर पैरेंट्स का मानना है कि अपने बच्चों को सख्त, आत्मविश्वासी, सफल बनाने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के लिए सख्त तरीके अपनाना चाहिए. लेकिन कुछ रिसर्च कहती हैं कि टाइगर पैरेंटिंग बच्चों के पालन पोषण का सबसे अच्छा तरीका नहीं है, इसकी बजाय सपोर्टिव पैरेंटिंग को अपनाना चाहिए.

हेलिकॉप्‍टर पेरेंटिंग

पैरेंट्स की बच्‍चों की जिंदगी में बहुत ज्‍यादा दखलअंदाजी को ही हेलिकॉप्‍टर पेरेंटिंग कहते हैं। इसके विपरीत वो पैरेंट्स होते हैं जो अपने बच्‍चों को अपने फैसले खुद लेने और आत्‍मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हैं।पिछले कुछ सालों में हेलिकॉप्‍टर पेरेंटिंग का चलन बहुत बढ़ गया है। सबसे पहले डॉ. हेम गिनोट ने 1969 में अपनी किताब ‘बीटवीन पेरेंट एंड टीएनजर’ में ‘Helicopter Parenting’ टर्म का इस्‍तेमाल किया था।

स्नो प्लाओ पेरेंटिंग

स्नो प्लाओ अपने बच्चों की लाइफ को एकदम सेफ और सिक्यौर बनाना चाहते हैं फिर चाहे उन्हें इसके लिए कुछ भी करना पड़े। ऐसे पेरेंट्स इस हद तक भी जा सकते हैं कि अगर बच्चों का उनके दोस्तों से झगड़ा हो जाए तो वह खुद उनसे बात करने लगते हैं और अगर स्कूल में स्पोर्ट्स टीम में उनका सलेक्शन न हो तो वह टीचर से रिक्वेस्ट कर इसे भी करा लेते हैं। सिर्फ यही नहीं स्नो प्लाओ पेरेंट्स अपने बच्चे का होमवर्क भी खुद कर देते हैं और घूस देकर मनचाहे कॉलेज में एडमिशन भी करा लेते हैं.

जेंटल पेरेंटिंग क्या है?

सिम्पैथी, सम्मान और समझ के साथ-साथ उचित सीमाएं बनाने के साथ जेंटल पेरेंटिंग का उद्देश्य ऐसे बच्चों का निर्माण करना है जो सेल्फ अश्योरेंस, स्वतंत्र और कंटेट हैं. इस प्रकार का जेंटल पेरेंटिंग एज एप्रोप्रिएट ग्रोथ पर जोर देता है.पारंपरिक जेंटल पेरेंटिंग के तरीके इनाम और सजा पर जोर देते हैं. आप अपने बच्चे को इंजॉयेबल एक्टिविटी, विहेवियर्स और इनकरेजिंग वर्ल्ड्स से पुरस्कृत करते हैं जब वे अच्छा व्यवहार करते हैं या कुछ बेहतर करते हैं. हालांकि, अगर आपका बच्चा दुर्व्यवहार करता है, तो आप उन्हें समय-समय पर या शारीरिक रूप से भी दंडित कर सकते हैं.

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