लखनऊ ” हमें मजबूर मत करो कि हम किसी एक्शन पर रिएक्शन करने का मजबूर हो जाएं ” दरगाह आला हजरत से जुड़े इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान के इस बयान से सियासत में हलचल हो गई है. विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा खां ने उत्तराखंड में मुस्लिमों के मुद्दे पर शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस बुलाई थी. तल्ख लहजे में वह कहते हैं कि हमें मजबूर मत करो कि हम किसी एक्शन पर रिएक्शन करने का मजबूर हो जाएं. हमने भी हाथों में चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं. हम किसी भी हद तक जाएंगे. उत्तराखंड सरकार का घेराव करने देहरादून तक जाएंगे.
मौलाना तौकीर रजा खां ने सरकार से मांग की है कि हिन्दूवादी संगठनों पर नकेल कसी जानी चाहिए. विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल जैसे संगठन देशहित में काम करने का दावा करते हैं लेकिन उनकी गतिविधि देशविरोधी है. सरकार को इनका इलाज करना चाहिए. उत्तराखंड सरकार की लापरवाही से मजारों और मस्जिदों को तोड़ा जा रहा है. मुस्लिमों के पलायन करने को विवश किया जा रहा है. भाजपा मुस्लिमों को उकसाने का काम कर रही है.
मौलाना तौकीर रजा खां ने यूनिफार्म सिविल कोड का समर्थन किया है. मौलाना ने कहा कि मुसलमानों को यूनिफार्म सिविल कोड की खिलाफत करने की जरूरत नहीं हैं. यह सभी के हित में हैं और सभी को इसका समर्थन करना चाहिए. मौलाना पिछले महीने यूपी निकाय चुनाव 2023 के दौरान अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड को राजनीतिक मुद्दा बनाकर विवादों में आए थे. माफिया ब्रदर्स की हत्या को मुस्लिम विरोधी कार्रवाई बताते अतीक, अशरफ की हत्या और आजम खान का बदला लेने का ऐलान किया था.