Lucknow : उत्तर प्रदेश सरकार अपने राज्य के स्टूडेंट्स को पढ़ाई के दौरान ही उनमें कौशल विकास उत्पन्न करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना चला रही है. नाम है प्रोजेक्ट प्रवीण (Project Praveen). इस योजना के अंतर्गत युवाओं को निशुल्क में स्किल ट्रेनिंग (Skill Training Scheme)और नये जमाने के जॉब्स के हिसाब से तैयार किया जा रहा है. योगी सरकार पहले चरण में 21 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को ये ट्रेनिंग दिया है.
ये प्रोजेक्ट क्लास 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट के लिये है जो राज्य के हायर सेकेंड्री स्कूल में पढ़ रहे हैं. ‘प्रोजेक्ट प्रवीण’ के लिये राज्य के डिपार्टमेंट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन और उत्तर प्रदेश स्किल डेवलेपमेंट मिशन के बीच हुए एक समझौता के तहत संचालित किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य राज्य के एजुकेशन सिस्टम और करिकुलम को नया रूप देना है. प्रोजेक्ट प्रवीण के लिये डिपार्टमेंट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने राज्य के 150 स्कूल चुने गए थे. हर डिस्ट्रिक्ट से दो स्कूल चुने गये थे, एक बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल और एक गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल थे. इस बार 301 स्कूल चुने जाने हैं, जिसमें 42, 140 से अधिक स्टूडेंट्स को मौका मिलेगा.
प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत ट्रेनिंग करने वाले स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सर्टिफिकेट भी दिया जाता है. इसके तहत जो ट्रेनिंग दी जायेगी वो स्कूल में ही होगी और प्राइवेट ट्रेनिंग सेंटर द्वारा दी जायेगी. ट्रेनिंग देने वाले ट्रेनर TOT सर्टिफाइड ट्रेनर होंगे, यहां TOT का मतलब है ट्रेनिंग ऑफ टीचर्स जो कि स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत रजिस्टर होते हैं. वहीं अगर किसी कारणवश स्टूडेंट्स 10वीं या 12वीं के बाद अपनी पढ़ाई को छोड़ते हैं तो इस सर्टिफिकेट के द्वारा वे नौकरी या रोजगार प्राप्त कर सकते हैं.
इस योजना के माध्यम से स्टूडेंट्स को 11 विभिन्न ट्रेडों जैसे-आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी एंड वैलनेस, ओडीओपी, रिटेल, ऑटोमोबाइल आदि की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी. आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स को सरकारी माध्यमिक स्कूल का विद्यार्थी होना चाहिए. अधिक जानकारी के लिये टोल फ्री नंबर 18001028056 पर संपर्क किया जा सकता है. या फिर www.upsdm.gov.in वेबसाइट पर संपर्क किया जा सकता है.