बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली में तापमान 42 डिग्री के पार कर चुका है. जिसके चलते गर्मी से लोग बेहाल हैं. गर्मी बढ़ने के कारण बिजली की मांग में इजाफा हुआ है. मगर, शहर से लेकर देहात तक विद्युत आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ा गई है. ओवरलोडिंग से ट्रांसफार्मर हांपने लगे हैं. बरेली में जून के महीने यानी सिर्फ 16 दिन में 489 ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग से खराब हो चुके हैं. विभाग में इनको बदलने की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है. हालांकि, प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से अस्त व्यस्त हुई विद्युत सप्लाई से सीएम योगी आदित्यनाथ संतुष्ट नहीं हैं. उनकी नाराजगी देख पावर कारपोरेशन अफसर एक्शन में आ गए हैं, इसका असर निचले स्तर पर भी दिख रहा है.
बरेली नगर करीब तीन वर्ष पूर्व नो ट्रिपिंग जोन में शामिल हुआ था, लेकिन अब स्थिति यह है कि हर 10 मिनट में बिजली गुल हो रही है. बिजली कितनी देर तक गुल रहेगी, अथवा फाल्ट कब तक सही होगा. इसकी जानकारी भी विभाग नहीं दे पा रहा है, जबकि इससे पहले उपकेंद्र वार सूचना संबंधी व्यवस्था लागू की गई थी.बरेली स्मार्ट सिटी है, लेकिन बिजली संकट बढ़ने से बरेली महानगर बेहाल हो गया है. बिजली मांग बढ़ते ही स्मार्ट सिटी परियोजना में प्रयोग में लाई गई घटिया सामग्री आदि ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है. सिविल लाइन और विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट सिटी परियोजना से बिजली सप्लाई से संबंधित जुड़े कार्य हुए हैं. मगर, वहां सबसे अधिक फाल्ट हो रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ बिजली कटौती से खफा हैं. उनकी नाराजगी देख ऊर्जा मंत्री समेत सभी एक्शन में आ गए हैं. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी अपने स्तर से बैठक बुलाई और दिशा निर्देश दिए थे. बैठक में चर्चा हुई कि किस तरह संकट से निपटा जाए. एक किलो वाट तक घरेलू उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर बकायदारी होने पर भी न काटने के निर्देश दिए गए हैं. यह व्यवस्था 31 जुलाई तक लागू रहेगी.
गर्मी में ट्रांसफर खराबा होने पर तुरंत बदलने और सही कराने का आदेश दिया गया है. पावर कॉरपोरेशन में हो रही हलचल का असर बरेली में भी दिख रहा है. विभागीय अधिकारी कार्य योजना बनाने में लग गए हैं. ट्रांसफार्मर फुंकने से चिंतित भी दिखे. प्रबंध निदेशक मध्यांचल विद्युत वितरण निगम भवानी सिंह खरनौत बरेली जोन में बिजली व्यवस्था का जायजा लेने दौड़ पड़े हैं.
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के आंकड़ों में बरेली में औसतन हर दिन 04 घंटा बिजली गुल हो रही है. जबकि स्थानीय अधिकारी कहते हैं कि कोई कटौती नहीं है. स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत होने वाले कार्यों अथवा अन्य फाल्ट आदि की वजह से सप्लाई बाधित रहती है. विभागीय आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष के अपेक्षा इस बार अप्रैल माह से जून तक बिजली मांग में काफी कमी आई है. मगर, इसके बाद भी ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं.सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं.
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिजली आपूर्ति को लेकर सख्त हिदायत दी है. इसमें आपूर्ति की फीडरवार जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए. जरूरत पड़ने कर अतिरिक्त बिजली की खरीद, ग्रामीण या शहर में तुरंत खराब ट्रांसफार्मर, और फाल्ट जल्द दूर करने की हिदायत दी.बिजली सप्लाई पर हर दिन समीक्षा की जाएगी.हर जिले में कंट्रोल रूम की समीक्षा डीएम खुद करेंगे.जिला मुख्यालय पर 24, तहसील में 22, और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे आपूर्ति को कहा गया है.
सीएम के एक्शन से विभाग में हलचल मच गई है. आनन-फानन में बरेली जोन,और बरेली जिले में होने वाली विद्युत संकट संबंधी शिकायत सुनने, अथवा उनका निराकरण कराने संबंधी नियंत्रण कक्ष तत्काल प्रभाव से सक्रिय किया गया है. अधीक्षण अभियंता ग्रामीण एके चौरसिया ने बताया कि बरेली जिले की संबंधित बिजली समस्या को लेकर 2421333 फोन पर संपर्क कर सकते हैं. मगर, बरेली जोन से संबंधित शिकायत 2427162 फोन नंबर पर दर्ज करा सकते हैं.
चीफ इंजीनियर बरेली जोन राजीव शर्मा ने बताया कि तापमान बढ़ने से विद्युत सप्लाई व्यवस्था प्रभावित हो जाती है. ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई वगैरह खूब हो रही है. इसलिए वहां छोटे ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द बदला भी जा रहा है. ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग से प्रभावित हुए हैं. इसके बावजूद पर्याप्त बिजली सप्लाई कराई जा रही है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली