कोलकाता. राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को भी एक शख्स की जान चली गयी. मालदा जिले के कालियाचक प्रखंड के सुजापुर ग्राम पंचायत क्षेत्र निवासी तृणमूल कांग्रेस नेता मुस्तफा शेख की बदमाशों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी. इस घटना के लिए तृणमूल ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. राज्य में पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से नौ दिनों में छह लोगों की हत्या हो चुकी है.
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस ने मुस्तफा शेख को मालदा के सुजापुर ग्राम पंचायत से उम्मीदवार बनाया था. जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब मुस्तफा साइकिल से घर लौट रहे थे, तभी कुछ बदमाशों ने बांस, डंडों और लोहे की छड़ों से उन पर हमला कर दिया. उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. बताया गया है कि मुस्तफा शेख सुजापुर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान भी थे.
इस घटना के बाद सिंचाई राज्य मंत्री सबीना यासमीन मौके पर पहुंचीं और मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस घटना के लिए मंत्री ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में टिकट सिलेक्टिव तरीके से दिये गये हैं. कई उपद्रवियों को टिकट नहीं दिया गया. वे तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे और उसमें से ही कई बदमाशों ने मिल कर मुस्तफा शेख की हत्या की है. घटना के विरोध में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी देर तक पथावरोध किया.
उधर, कांग्रेस का दावा है कि इस हत्याकांड से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. उधर, इस घटना को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने मालदा के जिलाधिकारी को फोन कर जानकारी ली और घटना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.
कब व कहां हुईं हत्या की घटनाएं
08 जून : मुर्शिदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ता फूलचंद शेख की गोली मारकर हत्या कर दी गयी
15 जून : उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में माकपा नेता मंसूर अली की गोली मारकर हत्या
15 जून : दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में आइएसएफ कार्यकर्ता मोहिनुद्दीन मोल्ला व तृणमूल नेता राशिद मोल्ला की हिंसक झड़प में मौत
15 जून : मुर्शिदाबाद के नवग्राम में तृणमूल नेता मोजम्मल शेख की पीट-पीट कर हत्या
17 जून : मालदा में तृणमूल नेता मुस्तफा शेख की पीट-पीट कर हत्या