पटना. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक समारोह में कहा कि नेताजी अकेले ऐसे व्यक्ति थे जो महात्मा गांधी को चुनौती देते थे और अगर नेताजी जिंदा होते इस देश का विभाजन नहीं होता. इसको लेकर बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने रविवार को कहा कि अजीत डोभाल का बयान दुर्भावनापूर्ण है. उनके बयान से यही निष्कर्ष निकलता है कि गांधी के कारण देश का विभाजन हुआ और नेता जी अगर रहते तो गांधी के खिलाफ खड़े होते. यह गांधी को छोटा दिखाने की कोशिश की जा रही है. भाजपा अधिकारियों के माध्यम से गांधी को अपमानित कर रही है. भाजपा का हिडेन एजेंडा है.
चौधरी ने कहा कि गांधी की स्मृति को भारत से खारिज करना संभव नहीं है. भाजपा यह सोचती है कि गांधी की वजह से भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन पाया. इसलिए गांधी को एक खलनायाक के रूप में पेश करने की कोशिश होती रही रही है. चौधरी ने कहा कि भाजपा के लोग महात्मा गांधी को अपमानित करने की कोशिश करते रहे हैं. यह नयी बात नहीं है. भाजपा नेतृत्व खामोश रहता है, लेकिन उसके अधिकारी गांधी को अपमानित करते रहते हैं. उनका एजेंडा ही गांधी की स्मृति को खत्म करना है.
कॉमन सिविल कोड को लेकर विजय कुमार चौधरी ने कहा कि माहौल खराब करने के लिए ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं. 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक को लेकर मंत्री विजय चौधरी ने कहा विपक्षी नेताओं की बात छोड़ दीजिए सारा देश मान चुका है कि विपक्ष अगर एकजुट हो जाए तो भाजपा सत्ता में नहीं आ पाएगी. 23 जून को होने वाले विमर्श में सकारात्मक नतीजा निकलेगा.
नीतीश कुमार के विपक्षी दलों की एकजुटता की मुहिम पर वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेशों के अंदर क्षेत्रीय दलों के बीच संघर्ष लगा रहता है. दोनों के बीच संवेदनशीलता रहती है. इसी को लेकर विपक्षी एकता की बैठक में निष्कर्ष निकलेगा कि इस तरह की परिस्थिति में कैसे हम लोग एकजुट होकर भाजपा का सामना करेंगे. विपक्षी दल की बैठक इसी का प्रयास है. विजय चौधरी ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए सभी दल एकजुट हो रहे हैं.