Lucknow: यूपी में एक्सप्रेस-वे की कड़ी में बुंदेलखंड में दो नए प्रोजेक्ट जल्द शुरू किए जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड में दो नए लिंक एक्सप्रेसवे शुरू किए जाने की बात कही है. इस संबंध में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के लिए धनराशि की व्यवस्था भी सरकार ने कर ली है. इस तरह बुंदेलंखड एक्सप्रेस वे झांसी और चित्रकूट को जोड़ने का काम करेगा.
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक यूपी में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे लगभग 20 किमी का होगा, जबकि झांसी लिंक एक्सप्रेसवे 125-135 किमी के लगभग होगा. दोनों नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर जमीन खरीदने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी. खास बात है कि इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएंगे. वन महकमा इसके लिए पौधे उपलब्ध कराएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने का काम तेजी से करने को कहा है. उन्होंने कहा कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 03 किमी के भीतर ही होना चाहिए. क्लस्टर के लिए भूमि अधिग्रहण का काम नियमों के मुताबिक जल्द किया जाए.
इसके साथ ही मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे हर हाल में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध करा दिया जाए, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालु गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें.
गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिह्नित कर लिया जाए. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है. गोरखपुर, संतकबीर नगर आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर जनपद के लिए यह बेहतर कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल में देश-दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां निवेश कर रही हैं. अब तक 21 हजार करोड़ से अधिक का निवेश डिफेंस कॉरिडोर में हो चुका है. लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां अपनी इकाई लगा रही हैं. सीएम योगी ने कहा है कि नए प्रस्तावों के संबंध में तत्काल निर्णय करें. कोई भी प्रस्ताव लंबित नहीं रहना चाहिए.