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आयुष डॉक्टर नियुक्ति परीक्षा की उम्र सीमा में BTSC ने दी 23 साल की छूट, 3270 पदों के लिए इस दिन तक करें आवेदन

पटना हाइकोर्ट के निर्देश पर बिहार तकनीकी सेवा आयोग ने आयुर्वेदिक, यूनानी और होमियोपैथिक आयुष चिकित्सक के 3270 पदों पर नियुक्ति के लिए निर्धारित उम्र सीमा में 23 वर्षों की छूट दी है.

बिहार तकनीकी सेवा आयोग ने आयुर्वेदिक, यूनानी और होमियोपैथिक आयुष चिकित्सक (फिजिशियन और मेडिकल ऑफिसर) के 3270 पदों पर नियुक्ति के लिए निर्धारित उम्र सीमा में 23 वर्षों की छूट दी है. पटना हाइकोर्ट के निर्देश पर दी गयी इस छूट के बाद अब 67 वर्ष सेवानिवृत्ति उम्र वाले पद की नियुक्ति परीक्षा में 68 वर्ष के आयुष चिकित्सक भी शामिल हो सकेंगे.

22 जून से एक जुलाई तक आवेदन की नयी तिथि

एससी-एसटी श्रेणी के कई अभ्यर्थी ऐसे भी होंगे, जिनको काउंसेलिंग में चयन के बावजूद काम करने का मौका नहीं मिलेगा और सेवा याेगदान देने से पहले ही उनके सेवानिवृत्ति की उम्र पार कर जायेगी. सामान्य महिला, पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के भी कई ऐसे अभ्यर्थी होंगे, जिनकी समय से भी काउंसेलिंग हुई, तो भी महज कुछ महीने काम करने का मौका मिलेगा. यदि इसकी काउंसेलिंग, रिजल्ट प्रकाशन और योगदान देने की प्रक्रिया में लगभग एक साल लग गया, तो वे भी सेवा योगदान देने से पहले ही सेवानिवृत्ति की उम्र को पार कर जायेंगे. ऐसे अभ्यर्थी उम्र सीमा में छूट के बाद फॉर्म भरने के हकदार बने हैं. 22 जून से एक जुलाई तक आवेदन की नयी तिथि जारी की गयी है.

छह पदों पर नियुक्ति के लिए हो चुकी है काउंसिलिंग

मालूम हो कि वर्ष 2020 में प्रकाशित विज्ञापन के विरुद्ध पहले भी पटना हाइकोर्ट द्वारा अलग- अलग याचिकाओं के निबटारे के दौरान आयुष अभ्यर्थियों को क्रमश: 12 वर्ष और 16 वर्ष की छूट दी जा चुकी है और इनके आधार पर प्राप्त आवेदनों के स्क्रूटनी के बाद आयुष चिकित्सकों के छह विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए काउंसलिंग भी हो चुकी है, जिसमें लगभग सात हजार अभ्यर्थी शामिल हो चुके हैं.

1 अगस्त, 2020 है उम्र की गणना तिथि

अभ्यर्थियों के उम्र की गणना तिथि 1 अगस्त, 2020 है. इससे फॉर्म भरते समय अभ्यर्थियों का उम्र उनकी वर्तमान उम्र से तीन वर्ष कम अंकित होगा. लेकिन रिजल्ट निकलने के बाद सेवा योगदान देते समय उस समय की वास्तविक उम्र की गणना होने के कारण इसमें तीन वर्ष का इजाफा हो जायेगा. ऐसे में अधिकतम उम्र सीमा में 23 वर्ष की छूट वास्तव में 26 वर्ष की छूट बन जायेगी. एससी-एसटी श्रेणी में तो अधिकतम उम्र सीमा पहले से ही 42 वर्षों की है, जो 26 वर्ष की छूट जुड़ने के बाद बढ़कर 68 वर्ष हो जायेगी. इसी तरह सामान्य महिला, पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों की अधिकतम उम्र सीमा 40 वर्ष है, जिसमें 26 वर्ष जुड़ने से 66 वर्ष हो जायेगी और प्रक्रिया में तीन-चार महीने और लग जाने के बाद महज आठ-नौ महीने उन्हें नौकरी करने का अवसर मिलेगा.

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