बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में पिछले दो दिन से बूंदाबांदी हो रही है. जिसके चलते 9 डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. बुधवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री से 33 डिग्री सेल्सियस आ गया है. वहीं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रह गया है. बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है. आज सुबह 7 बजे से बूंदाबांदी शुरू हुई. लेकिन यह बीच बीच में बंद हो गई. मौसम विभाग की वेबसाइट के मुताबिक गुरुवार को झमाझम बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बरेली मंडल में मानसून ने दस्तक दे दी है. इस सप्ताह रुक रुक कर बारिश होती रहेगी. इसके साथ ही इस बार मानसून में जमकर बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है. पिछले कई वर्षों से औसत से भी कम बारिश हुई थी. जिसके चलते बरेली में कई ब्लाक डार्क जोन में चले गए हैं.
बरेली में काफी भीषण गर्मी थी. लेकिन बारिश से लोगों को राहत मिली है. तेज हवाओं के कारण शहर के कई इलाकों की बिजली मंगलवार रात भी गायब रही. इसको लेकर लोगों ने शिकायत दर्ज कराई. शहर के रामपुर रोड, बदायूं, और नैनीताल रोड के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति नहीं आई.
बारिश के बाद शहर की सड़कों के गड्ढों में पानी भर गया है. जिसके चलते हादसे भी बढ़ गए हैं. शहर की सड़कों के गड्ढों को लेकर अपना दल एस ने नगर आयुक्त को ज्ञापन देने की बात कही है. इसके साथ ही कुतुबखाना ओवरब्रिज का काम भी अटक गया है. बारिश के कारण दो दिन से लेबर नहीं आ रही है. इससे ओवरब्रिज का निर्माण अटकने की उम्मीद है.
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रुहेलखंड में धान की फसल की पौध लगनी शुरू हो गई है. इसी बीच होने वाली बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद है. बारिश के चलते किसानों को फसलों की सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी. इससे फसल का खर्च कम आएगा.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली