बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सभी दल एकजुट हैं. सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे. ममता बनर्जी ने शुक्रवार को पटना में आयोजित 15 दलों की बैठक में कहा, ‘हम सब एकजुट हैं. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे. इतिहास का आगाज यहां से हुआ था. भाजपा इतिहास को बदलना चाहती है. हम इतिहास को बचाना चाहते हैं. हम बिहार से इतिहास को बचाना चाहते हैं. हमारा उद्देश्य इस फासिस्ट सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलना है.’
2021 के से ही केंद्रीय राजनीति में सक्रिय हैं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल में वर्ष 2021 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद ही ममता बनर्जी ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया और सभी दलों के नेताओं के साथ मिलकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम शुरू किया. हालांकि, कांग्रेस और तृणमूल के मतभेदों के कारण उनकी पहल रंग नहीं ला पायी.
भाजपा का साथ छोड़ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे नीतीश कुमार
बाद में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से एक बार फिर नाता तोड़कर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन कर लिया. इसके बाद उन्होंने संकेत दिये कि वह भाजपा के खिलाफ देश भर की सभी पार्टियों को एकजुट करेंगे. उन्होंने जोर दिया कि अगर सभी पार्टियां मिलकर लड़ें, तो भाजपा को हराना नामुमकिन नहीं है.
आज की बैठक में शामिल हुए 15 दलों के नेता
नीतीश कुमार ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वह प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते. सिर्फ केंद्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए सभी दलों को एकजुट करना चाहते हैं. 12 जून को पटना में बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से बैठक नहीं हो पायी. तब 23 जून की तारीख तय की गयी. आज की बैठक में देश की 15 पार्टियों के नेता शामिल हुए.
ममता बनर्जी ने कहा था- जेपी की तरह केंद्र के खिलाफ अभियान बिहार से शुरू हो
ममता बनर्जी ने विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार को पहल करने के लिए कहा. तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने बिहार की धरती से केंद्र के खिलाफ अभियान छेड़ा था. एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ बिहार से ही विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल की जानी चाहिए.
2024 में मोदी सरका को चुनौती देने पर हुई चर्चा
आज की बैठक में विपक्ष के 15 राजनीतिक दलों के नेताओं ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को कड़ी चुनौती देने के उद्देश्य से पटना में साझा रणनीति पर मंथन किया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में बैठक मुख्यमंत्री आवास ‘1 अणे मार्ग’ में हुई, जिसमें 30 से अधिक विपक्षी नेताओं ने भाग लिया.
बैठक में ये लोग हुए शामिल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.